किसी भी देश की करंसी दुनिया भर में लेनदेन का बेहद अहम माध्यम होता है। आधिकारिक तौर पर यूनाइटेड नेशंस ने 180 देश की करेंसी को लीगल टेंडर के तौर पर मान्यता दी है। सभी देशों की करेंसी की मान्यता मिलने के बाद भी इनकी ताकत एक समान नहीं है।
दुनिया की सबसे मजबूत करेंसी की बात करें तो अधिकतर लोग अमेरिकी डॉलर का नाम लेंगे हालांकि ऐसा नहीं है। फोर्ब्स इंडिया की सूची में टॉप 10 में अमेरिकी डॉलर अंतिम पायदान पर है। दुनिया की सबसे ताकतवर और मजबूत ई की बात करें तो वह कुवैती दिनार है। एक कुवैती दिनार की कीमत 270.23 रुपए है। वही एक कुवैती दिनार में 3.25 डॉलर मिल जाते हैं।
दुनिया की सबसे मजबूत ई कुवैती दिनार के बाद अगर सबसे सस्ती करेंसी की बात करें वह ईरानियन रियाल है। एक रुपए में 508.53 ईरानियन रियाल मिल सकते हैं। इस सूची में अंतिम पायदान पर इराकी दिनार है जिसकी वैल्यू एक रुपए में 15.73 इराकी दिनार है।
कुवैती दिनार के बारे में जानें
फोर्स की रिपोर्ट की माने तो कुवैती दिनार इस लिस्ट में सबसे पहले 1960 में जगह बनाने में सफल हुआ था। उसके बाद से यह लगातार दुनिया की सबसे मजबूत करेंसी बना हुआ है। तेलुगु जब जो टैक्स फ्री सिस्टम के कारण कुवैत की करेंसी लगातार मजबूत बनी रही है। इकोनामिक स्थिरता होने के कारण भी इस करेंसी को वर्षों से मजबूती मिलती रही है। यही नहीं दूसरी तरफ ईरान और इराक युद्ध के कारण ईरान की करेंसी पर दबाव अधिक बनने लगा है। इस कारण यह कमजोर करेंसी में शुमार है।
ये हैं दुनिया की मजबूत करंसी
कुवैती दीनार दुनिया की सबसे मजबूत करंसी है। इसके बाद बहरीनी दीनार, ओमानी रियाल, जॉर्डियन दीनार, जिब्राल्टर पाउंडर, ब्रिटिश पाउंड, केमैन आईलैंड डॉलर, स्विस फ्रैंक, यूरो डॉलर, अमेरिकी डॉलर का नाम शामिल है। स्विटजरलैंड और लिचेस्टीन की स्विस फ्रैंक दुनिया की स्थिर करंसी में शुमार है। भारत का नंबर इस सूची में 15वें स्थान पर है।