जितेन्द्र कुमार झा, लखीसराय: घरों में होने वाले बर्थडे पार्टी और विशेष अवसरों पर भोजन और नाश्ता परोसने के लिए प्लास्टिक से बने प्लेट का इस्तेमाल किया जाता था. लेकिन, आजकल समय के साथ लोगों की सोच भी बदलने लगा है. लोग पहले से ज्यादा जागरूक हो गए हैं और पर्यावरण संरक्षण को लेकर इको फ्रेंडली सामग्रियों को ज्यादा महत्व देने लगे हैं. पर्यावरण भी सुरक्षित रहे और लोगों के सेहत को भी भी कोई नुकसान नहीं हो इसलिए इको फ्रेंडली वस्तुओं का चलन बढ़ते जा रहा है. लखीसराय में भी इसका असर दिखने को लगा है.
लखीसराय जिला के वार्ड संख्या-2 के रहने वाले महेश प्रसाद गुप्ताभी पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझते हुए इको फ्रेंडली पेपर प्लेट और कटोरी का निर्माण कर कर रहे हैं और इससे अच्छी कमाई भी कर रहे हैं.
इको फ्रेंडली पेपर प्लेट और कटोरी का कर रहे हैं निर्माण
महेश प्रसाद गुप्ता बताते हैं कि 2020 में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना का लाभ लेकर इको फ्रेंडली पेपर प्लेट और कटोरी बनाने की व्यवसाय की शुरुआत की थी. उन्होंने बताया कि शुरुआत में 75 हजार लागत लगाकर इसका निर्माण शुरू किया.
उन्होंने बताया कि धीरे-धीरे कारोबार बढ़ता गया और लखीसराय के लोगों के बीच में प्लेट और कटोरी की बिक्री बढ़ती गई और वर्तमान में प्लेट और कटोरी की मांग लखीसराय सहित आस-पास के जमुई, शेखपुरा मुंगेर सहित अन्य जिलों में काफी ज्यादा है. अब तो प्लेट और कटोरी बनाने के लिए दो मशीन भी लगा दिया है. इसके अलावा स्क्रबर का भी निर्माण कर रहे हैं.
हर माह 60 से 65 हजार की हो रही है कमाई
महेश प्रसाद गुप्ता ने बताया कि जो भी प्रोडक्ट बना रहे हैं वह पूरी तरह से इको फ्रेंडली है. इको फ्रेंडली पेपर से जीरो इफेक्ट जीरो डिफेक्ट थीम के तहत प्रदूषण रहित प्लेट और कटोरी का निर्माण कर रहे हैं. इसके लिए दो मशीन भी लगाया है और रोजाना 1 लाख प्लेट और इतना ही कटोरी का निर्माण हो जाता है. इसके अलावा स्क्रबर बनाने के लिए भी मशीन लगाया है.
मशीन के जरिए 350 से अधिक स्क्रबर हर घंटे तैयार हो जाता है. महेश गुप्ता ने बताया कि सब खर्च काटकर हर माह 60 से 65 हजार की बचत हो जाती है. यह व्यवसाय अच्छा चल रहा है इसे और आगे बढ़ाने की सोच रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 7, 2023, 10:14 IST