अर्पित बड़कुल/दमोह: मध्य प्रदेश के दमोह की 70 फीसदी बेटियां इन दिनों केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री सुकन्या योजना का लाभ ले रही हैं. 10 वर्ष से कम उम्र की बेटियों को इस योजना से जोड़कर लाभ दिया जा रहा है. जब बेटी की उम्र विवाह की हो जाती है, तब जमा राशि पर केंद्र सरकार द्वारा 8.2 फीसदी का ब्याज जोड़कर परिवार को अदा किया जाता है. इससे एक लंबी समय अवधि के बाद यही राशि लाखों में बदल जाती है. यह राशि विवाह या पढ़ाई के दौरान परिवार के लिए बड़ा सहारा बनती है.
शादी में जाने से पहले खोला खाता
झिरा गांव के रहने वाले चेतराम पटेल अपने पूरे परिवार के साथ वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे. इस बीच चेतराम को ख्याल आया कि अपनी बेटी मीरा का भी खाता प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत खुलवा लिया जाए. वह शादी में शामिल होने से पहले दमोह डाकघर पहुंची और अपनी चार साल की बेटी मीरा का खाता खुलवाया.
लंबे समय से चल रही योजना
उप संभागीय निरीक्षक डाकघर अधिकारी शेख आरिफ खान ने बताया कि भारत सरकार द्वारा समस्त डाकघर को ये योजना सौंपी गई है. इसमें 0-10 वर्ष की बेटियों का खाता महज 250 रुपये की शुरुआती राशि पर खोला जाता है. जब बेटी की उम्र 21 वर्ष की हो जाती है, तब भारत सरकार द्वारा करीब 8 से 9 फीसदी ब्याज की राशि जोड़कर परिवार रकम लौटा दी जाती है. इस राशि का उपयोग बेटी की पढ़ाई या वैवाहिक जीवन में कर सकते हैं. सबसे बड़ी बात ये कि इस योजना के करीब 70 फीसदी खाते डाकघर विभाग से संचालित हो रहे हैं. चूंकि, ये सेवा जन सेवा का एक सरल और सहज माध्यम है, जो काफी लंबे समय से चली आ रही है.
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FIRST PUBLISHED : March 4, 2024, 21:01 IST