ये बारात नहीं शवयात्रा है साहब, आगे डीजे की धुन पर नाच-गाना… पीछे गुलाल उड़ाते

गौरव सिंह/भोजपुर. बिहार के आरा में एक अनोखी शव यात्रा निकाली गई. इस शवयात्रा में शामिल लोग मातम मनाने के बजाय जश्न मनाते हुए दिखाई दिए. 100 साल के अधिक उम्र में एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत के बाद जश्न मनाते हुए डीजे की धुन पर नाचते परिवार वाले रंग-गुलाल उड़ाते अंतिम संस्कार करने जा रहे थे. इस शवयात्रा में आगे डीजे पर भोजपुरी के फूहड़ का होली गीत बज रहा था. उसकी धुन पर मृतक के परिजन व रिश्तेदार एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाते हुए जमकर डांस कर रहे थे.

जबकि इसके ठीक पीछे रंग-बिरंगी बैलून से एक ट्रैक्टर को सजाया गया था. उस पर शव को रख अंतिम संस्कार की यात्रा निकाली जा रही थी. वहीं, पहली बार इस तरह की शवयात्रा को देख उस रास्ते से गुजरने वाले लोग भी अंचभित होकर काफी देर तक इस नजारे को देखते हुए नजर आ रहे थे.

बुजुर्ग की मौत पर थे खुश
दरअसल, यह पूरा वाक्या रविवार की दोपहर कृष्णगढ़ ओपी क्षेत्र के महुली गंगा घाट जाने वाले रास्ते के बीच का है. जहां मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बारा बसंतपुर गांव निवासी सिद्धेश्वर पंडित के 108 साल की उम्र में मृत्यु होने के बाद उनके शव को परिजन और रिश्तेदार अंतिम संस्कार के लिए महुली गंगा घाट ले जा रहे थे. इस दौरान लोगों के चेहरे पर खुशी देखी गई. लोग एक दूसरे पर अबीर गुलाल लगा रहे थे. साथ ही डीजे की धुन पर खूब नाच रहे थे.

यह भी पढ़ें- परिवार का सहारा, नौकरी की तलाश में गया था हल्द्वानी… कफ़न में लिपटकर वापस लौटा प्रकाश, घर में पसरा मातम

हम कोई दुख नहीं
मृतक के पुत्र किशुन पंडित व अन्य परिजनों ने बताया कि मेरे पिता की मौत 108 साल के थे. पुत्र किशुन व नाती रोहित के द्वारा बताया गया कि इनके मरने के बाद हमें किसी प्रकार का दुख नहीं है. आज के समय में 100 साल कोई नहीं जीता है. जिस वजह से हमलोग को किसी प्रकार का दुख नहीं है. इसलिए हमलोग खुशी मनाते हुए ट्रैक्टर को सजा कर उनकी शव यात्रा निकाल रहे हैं. शव वाहन के आगे डीजे और उसके पीछे दर्जनों लोग नाचते-गाते पैदल अंतिम संस्कार में जा रहे थे.

Tags: Bhojpur news, Bihar News, Local18

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *