कृष्ण गोपाल द्विवेदी/बस्तीःएक तरफ जहां सरकार द्वारा स्कूलों में बेहतर पठन-पाठन के लिए कई प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं. जिससे छात्रों को बेहतर शिक्षा व्यवस्था मिल सके.उनका भविष्य उज्जवल हो सके.कायाकल्प योजना से कई विद्यालयों की दिशा और दशा में सुधार भी हुआ है. तो वही बस्ती जिले में एक ऐसा प्राथमिक विद्यालय है. जहां के गुरु जी ने स्कूल की जिमेदारी छात्रों के हवाले कर दिया है. यहां तक ताला चाभी भी देकर चैन की बंसी बजा रहे हैं. स्कूल खुलने का समय नौ बजे है. लेकिन साढ़े नौ बज जाने के बाद भी विद्यालय में ताला लटका रहता है. छात्रों को मजबूरन स्कूल की बाउंड्री कूद कर विद्यालय में जाना पड़ रहा है.
बस्ती जिले के विक्रमजोत ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय भगवानपुर में एक अजब-गजब मामला सामने आया है. जहां गुरु जी ने पूरे विद्यालय का भार एक छात्र को सौंप दिया है.छात्र के कंधे पर स्कूल की जिम्मेदारी छोड़ कर पूरा स्कूल स्टाफ नदारद रहता है.यहां तक कि स्कूल का ताला चाभी भी छात्र के हवाले कर दिया है.स्कूल के छोटे छोटे बच्चे जान हथेली पर रख कर बाउंड्री फांद कर स्कूल में प्रवेश करते हैं. यहांसरकार की लाख कोशिशों के बाद भी बच्चों के बेहतर शिक्षा व्यवस्था पर पानी फिरता नजर आ रहा है.
समय से स्कूल खोलने का जिम्मा बच्चे के हाथ में
स्कूल के छात्र आर रिज्जी ने बताया की बच्चें स्कूल की बाउंड्री फांदकर विद्यालय आ रहे हैं. स्कूल का ताला चाभी मेरे पास रहता है.गुरु जी लेट में स्कूूल आते हैं.उनको दूर से आना पड़ता है. इसलिए स्कूल समय से खोलने के लिए चाभी मुझे दी गई है. ताकी समय से स्कूल का ताला खुल सके. कभी-कभी मुझे लेट हो जाता है तबतक स्कूल के गेट पर ताला लटका रहता है. इस वजह से बच्चे स्कूल की बाउंड्री पर बैठ कर कूद जाते हैं.
जांच के बाद काटी जाएगी वेतन
बीएसए अनुप कुमार ने बताया की टीचरों के स्कूल लेट पहुंचने की सूचना पर जांच कराई गई है.जो भी टीचर, स्टाफ विद्यालय समय से नहीं पहुंचते है. उनका वेतन काटा जाएगा.विद्यालय की चाभी किसी को नहीं दी जा सकती. उसकी जांच कराई जा रही है.जांच के आधार पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
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FIRST PUBLISHED : October 17, 2023, 12:22 IST