अंश कुमार माथुर/ बरेली : यूपी के बरेली में बिहारीपुर के रहने वाले मोहम्मद शाकिर खान क्रिकेट में इनस्विंग गेंदों से क्रिकेटर मोहम्मद कैफ, ज्ञानेंद्र पांडे और चेतन चौहान जैसे धुरंधरों तक की गिल्लियां उड़ा चुके हैं.उनकी गेंदबाजी देखकर बरेली ही नहीं, बल्कि UP के खिलाड़ियों को लगता था एक दिन शाकिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी गेंदबाजी से नाम रौशन करेंगे. लेकिन उसी समय पिता का जरी करोबार ठप हुआ और परिवार को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा. शाकिर ने भी खेल का मैदान छोड़ दिया.
इसके बाद शाकिर डिप्रेशन का शिकार हो गए. लंबे समय तक बीमारी के बाद शाकिर पिछले 5 सालों से बरेली की दरगाह आला हजरत बिहारीपुर के बाहर में फूल बेचकर जीवनयापन कर रहे है.शाकिर बरेली के मोहल्ले बिहारीपुर के रहने वाले हैं.पीके-11 के नाम से आज भी शाकिर मशहूर है क्योंकि, शाकिर पढ़ाई के दौरान से ही पीके-11 टीम के लिए गेंदबाजी किया करते थे.वह बताते है कि साल 1993 में 12वीं की पढ़ाई के दौरान वह घरवालों से मैच खेलने जाने की बात छुपाकर स्कूल जाने की बात कहकर चंदौसी क्रिकेट खेलने निकल जाते थे.जहां उन्होंने ज्ञानेंद्र पांडे जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के साथ 2 सालों तक क्रिकेट खेला और कई मैचों में अपनी इनस्विंग गेंद पर आउट भी किया था.
शाकिर के छक्का से टूट गई थी मजदूर की नाक
शाकिर ने बताया 1997-98 में बरेली में उड़ान कप टूर्नामेंट आयोजित किया हुआ था.इसमें रणजी खेलने वाले खिलाड़ियों ने भी प्रतिभाग किया था.उस समय मोहम्मद कैफ और चेतन चौहान भी इस टूर्नामेंट में शामिल हुए थे. इस दौरान शाकिर ने दोनों के साथ टूर्नामेंट मैच खेले है.मोहम्मद कैफ के बारे में शाकिर बताते है कि उनका थ्रो बहुत सटीक था. अगर कैफ के हाथ में गेंद आयी तो थ्रो सीधा स्टंप पर ही लगता था.शाकिर उड़ान कप मैच का एक बहुत ही शानदार किस्सा बताना कभी नहीं भूलते.मैच बरेली कॉलेज में चल रहा था.शाकिर ने छक्का मारा और गेंद कॉलेज के बाहर एक बिल्डिंग में काम करने वाले मजदूर को जा लगी. जिससे मजदूर की नाक तक टूट गई.उस समय आयोजक और मैच के पैसों से उस मजदूर का तो इलाज करा दिया गया.लेकिन बाद में मुझे डराया गया कि पुलिस तलाश रही है.इसके बाद मैंने कई मैच नहीं खेले.
शाकिर बताते हैं कि उस समय एक मैच जीतने पर उन्हें ₹5 हजार मिला करते थे. उनके साथ खेलने वाले मोहम्मद कैफ, ज्ञानेंद्र पांडे और चेतन चौहान भारत के लिए खेले और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उन्होंने नाम कमाया, 1980 में प्रयागराज में जन्मे मोहम्मद कैफ ने 125 वनडे मैच के अलावा 13 टेस्ट मैच खेले और 29 IPL मैच के अलावा भी प्रथम श्रेणी के 186 मैच खेले.साल 2000 में अंडर 19 विश्वकप में कैफ ने कप्तानी भी की है.तो वहीं लखनऊ के रहने वाले बाएं हाथ के बल्लेबाज ज्ञानेंद्र पांडे 1999 में दो वनडे मैच खेल चुके है और उन्होंने 100 प्रथम श्रेणी मैच खेलते हुए 37 के औसत से 4552 रन बनाए है.
शाकिर ने रणजी के लिए भी ट्राई किया
उड़ान कप मैच के बाद शाकिर ने रणजी के लिए भी ट्राई किया.लेकिन सिलेक्शन नहीं हुआ. फिर भी हार नहीं मानकर वे क्रिकेट खेलते रहे.कुछ समय बाद शाकिर के पिता का जरी कारोबार भी ठप होने लगा और 2003 में उनकी शादी भी कर दी गई. जिसके बाद पारिवारिक जिम्मेदारी पड़ने के बाद वह मजबूरन क्रिकेट छोड़कर दिल्ली में काम करने चले गये और 4 साल तक वहां पर प्राइवेट नौकरी की. इसके बाद दिल्ली से बरेली आ गया.फिर बरेली में ही एक फैक्ट्री में जरी का काम करने लगे.उसके कुछ दिन बाद बीमारियों ने उन्हें और उनकी पत्नी को घेर लिया.बीमारी से ठीक होने के बाद कुछ दिनों तक काम नहीं किया.इसके बाद से वह 2017 से दरगाह आला हजरत पर फूल की दुकान लगा रहे है और उसी से घर का खर्चा चला रहे है.जिसमें उन्हें दिनभर 5 सौ से 6 सौ रुपए मिल जाते हैं तो वहीं गुरुवार 1 हजार रुपए तक की आमदनी हो जाती है.
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FIRST PUBLISHED : September 25, 2023, 11:19 IST