जितेन्द्र कुमार झा/लखीसराय. बिहार का लखीसराय अलग-अलग वैरायटी की मिठाई के लिए फेमस है. लेकिन अब यहां फास्ट फूड का भी क्रेज बढ़ने लगा है. फास्ट फूड के यहां दर्जनों स्टॉल मिल जाएंगे जहां लजीज व्यंजन परोसे जाते हैं. स्ट्रीट फूड कल्चर लखीसराय में भी लगातार बढ़ता जा रहा है. इसी कड़ी में एक ऐसे स्ट्रीट फूड से रूबरू कराते हैं जो अमूमन देश के हर हिस्से में मिल जाता है, लेकिन लखीसराय के इस दुकान पर विशेष तरीके से बनाया जाता है. जी हां इस स्ट्रीट फूड का नाम समोसा है. इस समोसे को खाने के लिए आपको शहर के नया बाजार स्थित बड़ी दुर्गा मंदिर के पास आना होगा. पिछले कई साल से इस दुकान में समोसे की जबरदस्त बिक्री है. महज 3 घंटे में 1000 पीस से अधिक समोसे की बिक्री हो जाती है.
उपेंद्र प्रसाद मेहता पिछले 5 साल से बाबा चाट के नाम से दुकान चला रहे हैं. यहां का समोसा बेहद लाजवाब होता है. समोसा खाने के लिए शहर के अलावा जिले भर के लोग यहां पहुंचते हैं. उपेंद्र प्रसाद मेहता ने बताया कि यहां बनने वाले समोसे की खासियत यह है कि यह आकार में तो बड़ा होता है. साथ हीं काजू, किशमिश, पनीर, हरा मटर, बीट इत्यादि मिलकर समोसा तैयार किया जाता है. जो ग्राहकों को छोले के साथ परोसा जाता है. समोसा और छोले बनाने में घर पर तैयार मसाले का ही इस्तेमाल करते हैं. जिसे स्वाद निखर कर आता है और लोग बड़े चाव से खाते हैं.
3 घंटे में बिक जाते हैं एक हजार पीस समोसे
उन्होंने ने बताया कि रोजाना समोसा खाने वालों की भीड़ जुटती है. इस दुकान में प्रत्येक दिन 1000 पीस से अधिक समोसे की बिक्री हो जाती है. समोसा बनाने के लिए पश्चिम चंपारण के कारीगर को रखा है. उपेंद्र ने बताया कि उनका सालाना टर्नओवर 15 लाख से अधिक का है. साथ हीं पांच कारीगर को रखे हुए हैं. सभी को हर महा 10 हजार वेतन दिया जाता है. समोसा चाट खाने आए छेदी प्रसाद गुप्ता ने बताया कि इस दुकान का समोसा काफी पसंद है. लेकिन आज मायूसी का सामना करना पड़ा, क्योंकि मीठी चटनी नहीं मिल पाई. मिले भी कैसे मात्र 3 घंटे में लोग सारे सामग्री को चट कर जाते हैं.
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FIRST PUBLISHED : September 04, 2023, 11:29 IST