
ये है सीता-राम नाम का बैंक
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राम के नाम की महिमा अपरंपार है। राम नाम के स्मरण मात्र से ही बिगड़े काम संवर जाते हैं। इसी धारणा के साथ श्रीराम की अमूल्य पूंजी को यहां श्री सीताराम नाम बैंक में संग्रह किया जा रहा है। पिछले 11 वर्षों से संचालित इस अनूठे बैंक में अब तक 11 करोड़ नाम धन का संग्रह हो चुका है। निरंतर इसकी पूंजी बढ़ती जा रही है।
वर्ष 2012 में नगर के पूरब मोहाल में श्रीसीताराम नाम बैंक की स्थापना हुई था। अयोध्या स्थित केंद्रीय प्रधान कार्यालय से आए प्रबंधक पुनीतरामदास महाराज ने इसका उदघाटन किया था। तब से अनवरत रूप से इस बैंक का संचालन होता आ रहा है। दो कमरों में संचालित बैंक के 169 स्थायी खाताधारक हैं, जबकि करीब दो सौ लोग अस्थायी सदस्य हैं। प्रत्येक खाताधारक को पासबुक भी जारी होता है, जिसमें उसकी जमा पूंजी का उल्लेख किया जाता है। जिले में बैंक का संचालन कर रहे रमाकांत शुक्ल का कहना है कि बैंक से जुड़ने वालों को एक पुस्तिका दी जाती है, जिस पर लाल अक्षरों में श्रीराम का नाम अंकित करना होता है। एक पुस्तिका में 21312 बार नाम लिखा जाता है। इसे भरकर खाताधारक बैंक में जमा करते हैं। अब तक करीब 11 करोड़ नाम धन संग्रहित हो चुका है। इसे भव्य यज्ञ के बाद अयोध्या स्थित प्रधान कार्यालय भेजा जाएगा। बताया कि 14 जनवरी से सदस्य बढ़ाने के लिए घर-घर पहुंचकर जागरुकता अभियान चलाया जाएगा।