यहां दशानन के अंत के बाद…15 दिनों तक मां भवानी की होती है पूजा, ये है वजह, जानें महत्व

आदित्य कृष्ण/अमेठी. हिंदू धर्म में सभी त्योहारों पर रौनक और चमक दिखती है. सनातन धर्म में दुर्गा पूजा का खास महत्व होता है. भारत के सभी राज्यों में अलग-अलग तरीके से नवरात्रि का महापर्व मनाया जाता है. अमेठी जिले में दुर्गा पूजा का त्योहार अनोखे तरीके से मनाया जाता है. यहां के दुर्गा पूजा का पौराणिक इतिहास काफी रोचक है. जिले में दशहरे के बाद भी दुर्गा पूजा महोत्सव का आयोजन किया जाता है और मां भवानी की पूजा अर्चना की जाती है.

हम बात कर रहे हैं अमेठी जिले के गौरीगंज तहसील क्षेत्र के कटारी गांव की. जहां मां विंध्यवासिनी दुर्गा पूजा समिति द्वारा विभिन्न प्रकार की झांकियां सजाई जाती हैं. 50 वर्षों के अधिक समय से इस कार्यक्रम का आयोजन निरंतर किया जा रहा है. इस बार भी इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. गांव में कहीं चंद्रयान 3 तो कहीं माता वैष्णो की गुफा की तर्ज पर झांकियां सजाई गई हैं. इसके साथ ही मंदिर परिसर में दिल्ली के अक्षरधाम की तर्ज पर भी झांकी सजी है और भक्त मां भवानी की पूजा सुबह-शाम करते हैं.

क्या है ये पुरानी परंपरा
गांव के वरिष्ठ पुजारी दिलीप प्रशांत आचार्यबताते हैं कि गांव में एक बार भयंकर महामारी हुई तो हम सब ने 15 दिनों तक मां भवानी की पूजा-अर्चना की इसके बाद से उसे बीमारी से लोग ठीक होने लगे. उस वर्ष से इस परंपरा का आयोजन हम सब 15 दिनों तक करते हैं. दशहरे के बाद से हम सब मां भवानी को स्थापित करते हैं और 15 दिनों तक मां भवानी की पूजा अर्चना करते हैं. हर वर्ष इस परंपरा का आयोजन किया जाता है. इस बार भी इस परंपरा को हम सब निभा रहे हैं.

क्या मानना है लोगों का ?
ऐसा माना जाता है कि अगर यह परंपरा लगातार चलती रहेगी तो इससे जिले के लोगों की सुख समृद्धि बढ़ेगी और मां दुर्गा का आशीर्वाद उनपर सदा बना रहेगा. एक भक्त ने बताया कि हम सब इस परंपरा को लेकर काफी उत्साहित रहते हैं. इस बार हम सब ने भक्ति के साथ देशभक्ति तर्ज भी अपनाईं है. इसलिए हम सब ने चंद्रयान-3 भी बनाया है. अधिकतर लोगों को नहीं पता होता कि चंद्रयान है क्या, तो हम सब यही चाहते हैं कि इस मुहिम से हम सब गांव-गांव तक लोगों तक यह संदेश पहुंचा सके एक सुख समृद्धि और शांति उन्नति वाला देश है.

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FIRST PUBLISHED : October 25, 2023, 15:05 IST

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