यहां तेल में नहीं तंदूर में बनता है तंदूरी चिकन… कोयले की आग बढ़ाती है स्वाद

रितेश कुमार/समस्तीपुर. सर्दियों में तंदूरी चिकन का टेस्ट और लाजवाब हो जाता है. अगर आप भी इसके शौकीन हैं तो यह रहा वह ठिकाना. यहां कोयल की आग पर सेके तंदूरी चिकन का स्वाद ही कुछ और है. समस्तीपुर जिले के मुसरीघरारी बस स्टैंड स्थित 56 भोग में तंदूरी चिकन बनाया जाता है. ग्राहकों की डिमांड काफी होती है. लोग इसे काफी पसंद करते हैं. बड़े चाव से स्वाद लेते हैं. इस तंदूरी चिकन को कोई तेल में फ्राई करके नहीं बल्कि कोयले की आग पर बनाया जाता है. जिसके कारण इसका स्वाद काफी लजीज होता है. दूर-दूर से लोग यहां पर तंदूरी चिकन का स्वाद चखने को लेकर पहुंचते हैं, क्योंकि इस तरह तंदूर पर चिकन बनाकर लोगों को शायद ही स्वाद चखने को मिलता है.

सेफ इंद्रजीत कुमार ने बताया कि तंदूरी चिकन आमतौर पर बड़े होटल या रेस्टोरेंट में मिलता है. परंतु अब समस्तीपुर जिले के मुसरीघरारी बस स्टैंड स्थित छप्पन भोग में मिलता है. इसमें ऑनियन पेस्ट, गार्लिक पेस्ट, जिंजर पेस्ट और लेमन चिकन पर लगाया जाता है. फिर दही के पेस्ट में इसको आधा घंटा रखा जाता है. फिर कुछ और मसाला का लेप चढ़ता है. फिर इसको तंदूर में सेका जाता है. जिसका नतीजा है कि लोग तंदूरी चिकन काफी पसंद करते हैं. तंदूरी चिकन की खासियत यह है कि यह एक पूरे मुर्गे का बनता है.

500 रुपए की एख प्लेट
बातचीत के दौरान 56 भोग के शेफ इंद्रजीत कुमार ने बताया कि यह तंदूरी चिकन हम लोग काफी लजीज तरीके से बनाते हैं. खास बात तो यह है कि हमलोग कोयले वाली चारकोल तंदूर पर इसे तैयार करते हैं. इसमें कुछ मसाला का प्रयोग करते हैं. जिससे काफी टेस्टी स्वाद आता है. फिर एक प्लेट तंदूरी चिकन में एक मुर्गा के चार पीस रहते हैं. जिसकी कीमत 500 रुपए होती है. बताया जाता है कि तंदूरी चिकन कोयले की आग पर बनाया जाता है. जिसके कारण इसका स्वाद काफी लजीज हो जाता है. लोग भी इसे खूब पसंद कर रहे हैं

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FIRST PUBLISHED : November 24, 2023, 11:41 IST

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