यहां चोखा नहीं लिट्टी के साथ लें चिकन का मजा, स्वाद ऐसा धमाकेदार कि लोगों की जुटती है भारी भीड़

जितेन्द्र कुमार झा/लखीसराय. बिहार आया और लिट्टी नहीं खाया तो समझो आपका आना अधूरा रह गया है. बिहार के हर हिस्से में आसानी से लिट्टी मिल जाती है. हालांकि बिहार के अलग-अलग हिस्सों में लिट्टी का स्वाद भी बदल जाता है. यहां क्षेत्र के हिसाब से अलग-अलग तरीके से लिट्टी परोसा जाता है. कहीं आपको लिट्टी के साथ चोखा खाने को मिलेगा तो कहीं आपको चना का छोला भी मिल जाएगा. लेकिन लखीसराय में लिट्टी के साथ नॉनवेज आइटम परोसा जाता है. जिसका स्वाद बेहद लाजबाब होता है.

लखीसराय के पचना रोड स्थित बायपास मोड़ पर लिट्टी के साथ चिकन परोसा जाता है. इसको खाने के लिए लोगों का जमावड़ा भी लगता है. अगर आपको भी लिट्टी के साथ चिकन का मजा लेना है तो बाइपास मोड़ पर प्रेम कुमार की दुकान पर आना होगा. यहां आपको यह लजीज आइटम खाने को मिलेगा. लिट्टी के साथ चिकन का मजा लेने के लिए लोगों को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है. यहां शहर के कोने-कोने से लोग इस स्वादिष्ट व्यंजन खाने के लिए आते हैं.

40 रुपये में खिलाते हैं 2 लिट्टी और एक पीस चिकन
लिट्टी दुकान के मालिक प्रेम कुमार ने बताया कि शायद हीं लखीसराय में लिट्टी के साथ चिकन खाने को मिलेगा. लिट्टी के साथ चिकन का कंबीनेशन शानदार रहने की वजह से लोग यहां खाने के लिए पहुंचते हैं. चूल्हे पर सेंक कर गरमा-गरम लिट्टी के साथ चिकन करी लोगों को परोसा जाता है. उन्होंने बताया कि महज 40 रुपये में एक प्लेट में दो पीस लिट्टी एवं एक पीस चिकन परोसा जाता है. प्रेम ने बताया कि चिकन भी खुद से हीं घरेलू मसालों का मिश्रण कर बनाते हैं. वहीं घर में पीसा हुआ शुद्ध चना के सत्तू से लिट्टी तैयार करते हैं. यहीं वजह है कि यहां खाने वालों की भीड़ जुटती है. ऑर्डर देने वाले लोगों को इस लजीज व्यंजन का स्वाद चखने के लिए इंतजार भी करना पड़ता है. इसके बावजूद लोग खाने के लिए जमे रहते हैं.

सालाना पांच लाख की हो जाती है कमाई
प्रेम कुमार ने बताया कि प्रेम से बनाकर लोगों को स्वादिष्ट लिट्टी और चिकन खिलाते हैं. रेट कम रखने के पीछे की मुख्य वजह यह है कि यहां मजदूर वर्ग के लोग भी खाने के लिए आते हैं. इसलिए रेट कम रखा है ताकि उन्हें भी लिट्टी के साथ चिकन खाने को मिल सके. प्रेम ने बताया कि लिट्टी और चिकन के अलावा लिट्टी और अंडा करी और लिट्टी और छोला भी काफी प्रचलित है. इसको भी लोग बड़ चाव से खाते हैं. उन्होंने बताया कि प्रत्येक दिन 10 किलो मुर्गा और लगभग 250 पीस लिट्टी बेच लेते हैं. जिससे आजीविका आसानी से चल जाती है. प्रेम ने बताया कि सालाना पांच लाख की कमाई इस दुकान से कर लेते हैं.

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FIRST PUBLISHED : September 07, 2023, 12:03 IST

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