यहां कर सकेंगे12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन, रामेश्वरम मंदिर की तर्ज पर हो रहा दुर्गा पंडाल का निर्माण

रजनीश यादव /प्रयागराज: प्रयागराज में दुर्गा पूजा का नजारा बेहद खास होता है. शहर के अलग-अलग दुर्गा पूजा समितियों द्वारा आयोजित दुर्गा पूजा में बनाये जाने वाले भव्य पंडाल इतना खास होता है कि सभी लोगों की नजरें उन्हीं पर ठहर जाती हैं. इसको लेकर दुर्गा पूजा समितियों की ओर से काफी खर्च भी किया जा रहा है. इस बार प्रयागराज के कटघर में भी शानदार पंडाल बनाया जा रहा है. जिसमें 12 ज्योतिर्लिंगों का भी दर्शन भक्त कर सकेंगे.

कटघर बारवारी दुर्गा पूजा समिति के सदस्य अभिषेक केसरवानी बताते हैं कि हमारे यहां हर साल पंडाल एक थीम पर बनता है. इस बार यह 12 ज्योतिर्लिंगों को केंद्र में रखकर बनाया जाएगा. जहां रामेश्वरम मंदिर का लुक भी दिया जाएगा.उन्होंने बताया कि इसके पहले केदारनाथ , बद्रीनाथ, ओकेला के पत्ते का पंडाल बनाया जा चुका है.हर बार की तरह इस बार भी यहां भव्य पंडाल लगाया जाएगा. कोलकाता से आये कारीगर इस काम को बखूबी करने में माहिर है.

पंडाल निर्माण के पूरे हुए 20 साल
कटघर बराबरी समिति के सदस्य गौरव जायसवाल बताते हैं कि 20 साल पूरे होने पर अबकी बार रामेश्वरम मंदिर का लुक पंडाल को दिया गया. अधिकतर लोग देश के कोने-कोने में स्थापित 12 ज्योतिर्लिंगों का दर्शन नहीं कर पाते हैं. उनक इसी पंडाल में आसानी से दर्शन हो जाए इसी उद्देश्य से कमेटी के लोगों ने योजना बनाकर 12 ज्योतिर्लिंगों का निर्माण करने का फैसला लिया.

कहां स्थापित हैं12 ज्योतिर्लिंग?
मान्यता है कि इन 12 जगहों पर शिव जी ज्योति स्वरूप में विराजमान हैं, इस वजह से इन 12 मंदिरों को ज्योतिर्लिंग कहा जाता है. बारह ज्योतिर्लिंगों में सोमनाथ, मल्लिकार्जुन, महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, केदारेश्वर, भीमाशंकर, विश्वेश्वर (विश्वनाथ), त्र्यंबकेश्वर, वैद्यनाथ, नागेश्वर, रामेश्वर, घुष्मेश्वर (घृष्णेश्वर) शामिल हैं.

कितनी है निर्माण की लागत?
कटघर बरावरी का यह दुर्गा पूजा पंडाल 25 लाख रुपए में तैयार होगा. प्रयागराज में कई बेहतरीन पंडाल बनाए जाते हैं. जिनको देखने के लिए शहरी एवं बाहरी लोगों की भीड़ लगी रहती है, लेकिन कटघर दुर्गा पूजा पंडाल हर साल सबसे अलग होता है. एक माह पहले यहां पर पंडाल का कार्य शुरू हो जाता है.

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