नयी दिल्ली। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने यमुना डूब क्षेत्र में गुरुद्वारा मजनूं का टीला के निकट रहने वाले पाकिस्तान के हिंदू शरणार्थियों को नोटिस जारी कर क्षेत्र खाली करने का निर्देश दिया है। स्थानीय निवासियों ने बुधवार को यह दावा किया। डीडीए के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेश के बाद 7 और 8 मार्च को अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाना प्रस्तावित है। हालांकि, सूत्रों ने बताया कि पुलिस बल की अनुपलब्धता के कारण अभियान स्थगित कर दिया गया है।
मजनूं का टीला की एक पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी सोना दास ने कहा कि पूरे शिविर को सूचित कर दिया गया है और सभी को नोटिस दिए गए हैं। दास ने कहा, हमें इस क्षेत्र को जल्द से जल्द खाली करने के लिए समय दिया गया है। पूरे शिविर को सूचित कर दिया गया है और हम सभी को नोटिस दिए गए हैं। हम अभी दिल्ली बाढ़ के दौरान हुए नुकसान से उबरे हैं और अब वे यहां बुलडोजर चलाने वाले हैं। लोग इतने कम समय में कैसे खाली करें और उन्हें कहां जाएं।”
मजनू का टीला में रहने वाले पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी कन्हैया लाल ने कहा, हमें कल ही सूचित किया गया था कि यहां तोड़फोड़ होगी। कुछ अधिकारी मंगलवार को यहां आए और हमारे घरों के बाहर नोटिस चिपका दिया। इस क्षेत्र में लगभग सभी को मंगलवार रात को नोटिस मिला। अभी किसी ने अपना मकान खाली नहीं किया है।”
सोमवार को जारी एक सार्वजनिक नोटिस के अनुसार, डीडीए को एनजीटी के निर्देशानुसार डीडीए के अधिकार क्षेत्र के तहत आने वाले यमुना डूब क्षेत्र को सभी अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए कहा गया है। नोटिस में कहा गया है, आदेश का अनुपालन करते हुए 7 और 8 मार्च को गुरुद्वारा मजनू का टीला के पास यमुना डूब क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाना प्रस्तावित है।
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