आदित्य कृष्ण/अमेठी: नारी न तो अबला है ना ही कमजोर… महिलाओं की सोच अब लगातार बदलने लगी है. यही बदलाव आज महिलाओं की मजबूती का कारण बना है. अमेठी में एक महिला आज महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनी है. जनपद में मूंज उत्पादन के कारोबार के साथ-साथ अपने खुद के रोजगार की शुरुआत कर एक महिला ने कई आइटम बनाकर आज सफलता हासिल की.
हम बात कर रहे हैं अमेठी जनपद के जामों क्षेत्र की रहने वाली एक महिला मंजू की. जहां पर क्षेत्र की मंजू को पहले दिक्कत और मुसीबत का सामना करती थी. लेकिन उन्होंने उद्योग विभाग से ऋण लेकर एक जनपद एक उत्पाद योजना के तहत अपने कारोबार की शुरुआत की और आज अपने जय माता दी समूह के जरिए वे मूंजसे डलिया कुर्सी मेज रोटी के डिब्बे चटाई टोकरी पेंन बॉक्स के साथ वर्तमान समय में मोमबत्ती और दिए तैयार कर रही हैं. इस समूह से उन्हें काफी फायदा होता है और आज वह अच्छा खासा मुनाफा इस समूह से कमा रही हैं.
महिलाओं को दिया रोजगार
खास बात यह है कि जिस महिला की हम बात कर रहे हैं. वह महिला खुद अकेले ही आत्मनिर्भर नहीं बनी है. उन्होंने अपने आस पड़ोस की 10 ऐसी महिलाएं जो रोजगार दिया जो दरबदर इधर-उधर रोजगार के भटकती थी उन्हें भी रोजगार से जोड़ा है.
प्रतिदिन होता है मुनाफा
खास बात यह है कि महिलाओं द्वारा बनाए गए सामान की बिक्री का कोई समय नहीं है. हर समय ऑफलाइन के साथ ऑनलाइन भी सामान की बिक्री खूब होती है और लोग दूर-दूर से सामानों को खरीदने के लिए आते हैं. इस काम में महिलाओं को प्रतिदिन 2 से 3 हजार का फायदा होता है.
पहले रोटी के लिए होना पड़ता था मोहताज
मंजू ने बताया कि पहले दो वक्त की रोटी के लिए मोहताज होना पड़ता था और आज इस समूह ने हमारी जिंदगी बदल दी. हम आज अच्छा खासा मुनाफा इस समूह के जरिए कमा रहे हैं और हमें फायदा हो रहा है. समूह से हमने अन्य महिलाओं को रोजगार दिया है. हम आगे भी समूह को बढ़ाना चाहते हैं और हमें फायदा हो रहा है.
.
FIRST PUBLISHED : November 12, 2023, 08:29 IST