मुरेठा नहीं खोलूंगा…गरमा-गरमी और गलबहियां, पॉलिटिक्स के कैरेक्टर में गच्चा खाती जनता, जानिए पूरा किस्सा

हाइलाइट्स

सीएम नीतीश कुमार और सम्राट चौधरी में रही है अदावत!
सियासत में अदावत और मोहब्बत का बिल्कुल अलहदा कैरेक्टर!
तू तू मैं मैं और बहसबाजी के बाद गलबहियां से भी नहीे है गुरेज!

पटना. बिहार की सियासत में अचानक ही बड़ा बदलाव हुआ और सरकार के गठबंधन बदल गए हैं. लेकिन, एक मामले में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है, वह है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जो अपने पद पर बने रहेंगे. सत्ता समीकरण बदली के इस खेल में नीतीश कुमार को छोड़कर बाकी सब कुछ बदल गया है. कल तक जो नीतीश पर हमलावर थे, वह भी बदल गए. कल तक जो नीतीश पर की तारीफों में पुल बांध रहे थे, वह भी बदल गए. महागठबंधन (राजद, कांग्रेस और वाम दल) की तरफ से विपरीत आचरण किए जाना आम लोगों को असहज जरूर कर रहा है. लेकिन, नेता इस परिवर्तन को सहजता से ले रहे हैं. दरअसल, इस बदलाव में एक और बड़ा बदलाव भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के तेवर में हुआ है और वह भी बदल गए हैं.

बता दें कि सम्राट चौधरी ने अपने सिर पर एक भगवा रंग का मुरेठा (पगड़ी) बांधते हैं. उन्होंने जून 2023 में कसम खाई थी कि नीतीश कुमार के पद से हटने के बाद ही वह इसे खोलेंगे. लेकिन, आज  कुछ ऐसा हुआ है कि ये दोनों ही गलबहियां कर रहे हैं. अब साथ मिलकर सरकार भी चलाएंगे. राजभवन जाते समय वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ रवाना हुए. जिस गाड़ी में जा रहे थे उसकी अगली सीट पर बैठे थे.

कल तक नीतीश कुमार को सत्ता से उखाड़ फेंकने की कसम खाने वाले सम्राट चौधरी का हृदय परिवर्तन होने की खबर अंदरखाने से भी आई. बताया जा रहा है कि वह आज नीतीश कुमार (कुर्मी जाति से आते हैं) के साथ गले भी मिले हैं. खबर आई है कि ज्यों ही सम्राट चौधरी (कोइरी) ने विधायकों का समर्थन पत्र नीतीश कुमार कौ सौंपा नीतीश कुमार ने उन्हें गले लगा लिया.

नीतीश ने सम्राट पर बोला था हमला
बता दें कि बीते अक्टूबर में नीतीश कुमार ने सम्राट चौधरी के लिए काफी अपमानजनक बातें कही थी उन्होंने सम्राट चौधरी पर भड़कते हुए तब कहा था कि उसके बाप (सम्राट चौधरी के पिता शकुनी चौधरी) को मैं इज्जत दी. उनकी कम उम्र थी लेकिन, उनके पिता ने मंत्री बनाया. रोज पार्टी बदलता रहता है. उनके बाद का कोई मतलब नहीं है. उसके पास कोई सेंस नहीं है और अंड बंड बोलता रहता है. उसकी चर्चा मत करिए.

सम्राट ने सीएम नीतीश को दिया था जवाब
इससे पहले जुलाई में विधान मंडल सत्र में सम्राट चौधरी और नीतीश कुमार के बीच थोड़ी बहस भी हुई थी. इसमें नीतीश कुमार ने सम्राट चौधरी से पूछा था कि आप मुरेठा क्यों बांधते हैं? इस पर सम्राट चौधरी ने कहा था कि आपको मुख्यमंत्री पद से हटाना है, इसलिए पहने हैं. सर आपको मुख्यमंत्री पद से जब हटा देंगे तब पगड़ी उतरेंगे. इस काम के लिए आपका आशीर्वाद भी चाहिए सर.

भाजपा की रणनीति के आगे नतमस्तक सम्राट
खैर अंदरखाने की यही खबर है कि इस सियासत के बहाने भाजपा एक बड़े वोट बैंक, कुर्मी और कोइरी को साधने की कवायद में बाजी मारती हुई दिख रही है. जातीय समीकरण तो अपनी जगह है, लेकिन जनता के विश्वास का क्या है? सत्ता के बदलाव सियासत का चरित्र ऐसे बदलता है और कैसे एक दूसरे को पानी-पानी पीकर कोसने वाले अचानक तरीफों के पुल बांधने लगते हैं. यह समीकरण आज बिहार की इस नई सरकार में दिखने लगा. हालांकि, सम्राट चौधरी के लिए सुकून की बात यह है कि सीएम नीतीश ने अपने पद से इस्तीफा दिया है और अब वह यह कह सकते हैं कि मैं अपनी बात पर कायम रहा.

128 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा
बता दें कि नीतीश कुमार ने अपने साथ 128 विधायकों का समर्थन होने का दावा किया है. नीतीश के साथ जो पार्टियां हैं उनमें सबसे ज्यादा विधायक बीजेपी के पास है. बीजेपी के 78 विधायक हैं. वहीं जेडीयू के पास 45 विधायक हैं. वहीं, जीतन राम मांझी की पार्टी हम के 4 विधायकों का समर्थन नीतीश कुमार के पास है. इन सबके अलावा एक निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह का भी समर्थन नीतीश कुमार के पास है. इन सबों को मिलाकर संख्या 128 पहुंच जाती है.

Tags: Bihar BJP, Bihar News, Bihar politics, CM Nitish Kumar, JDU news

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *