मुरादाबाद के इस क्रांतिकारी वीर ने अंग्रेजों के छुड़ाए थे छक्के

पीयूष शर्मा/मुरादाबाद: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में ऐसे अनेक योद्धा हुए. जिन्हें आज भी देश याद करता है. मुरादाबाद स्वतंत्रता आंदोलन का केंद्र बिंदु हुआ करता था. यहां गरम और उग्र दोनों विचारधारा से जुड़े लोग स्वतंत्रता के लिए संघर्ष कर रहे थे. उन्हीं में से एक थे हरबंस सिंह, जिन्होंने अंग्रेजों के छक्के छुड़ाए थे और पुलिस को खुली चेतावनी दी थी कि 8 दिन के अंदर अंडा थानेदार थाना छोड़ दे वरना मैं उसे जान से मार दूंगा…

इतिहासकार डॉ. अजय अनुपम ने बताया कि चौधरी हरबंस सिंह एक ऐसा नाम है जो सन 1942 के इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण नाम है. उन्होंने बताया कि ठाकुर द्वारा में एक गांव है रामपुर घोघर, वहां आज एक इंटर कॉलेज खुल चुका है. यह रामपुर घोगर के रहने वालेहरबंस सिंहइतने उग्र थे की सन 1942 में जब इन्हें गिरफ्तार करने की योजना बनी तो इन्हें पता लगा कि पुलिस मेरे पीछे पड़ी है. फिर यह बिजनौर के धामपुर में पहुंच गए और इन्होंने अपनी पीठ पर एक इश्तिहार चिपकाया जिस पर यह चेतावनी दी की थानेदार 8 दिन में यह थाना छोड़कर भाग जाए वरना हरबंस सिंह उसे जिंदा नहीं छोड़ेगा.

अंग्रेज पड़े थे उन्हें गिरफ्तार करने के पीछे
अंग्रेज उनके पीछे पड़े थे गिरफ्तार करने के लिए फिर इन्होंने सरकार को धमकी देने का यह रास्ता चुना और अपने पीछे एक इश्तिहार चिपकाए. जिस पर लिखा था कि धामपुर का थानेदार अपना थाना आठ दिन के अंदर-अंदर खाली कर दे. उस कागज को पीठ पर जरा सा चिपकाए गया बाकी जो कोरा हिस्सा था उस पर लेही लगा दी गई और थाने की दीवार से जाकर खड़े हो गए और कमर की तरफ से उस पर पोस्टर चिपका दिया और वहां से निकल गए उसके बाद वह मुरादाबाद आ गए.

मुरादाबाद में आकर छुपे थे हरबंस
बनवटा गंज एक मोहल्ला है जो वर्तमान में गंज सब्जी मंडी के नाम से मशहूर है. वहां पर एक वकील के यहां हरबंस सिंह जाकर छुप गए थे और वह घोड़ी बहुत तेज दौड़ आते थे. इसलिए घुड़सवार के नाते वह उनके यहां घर रहने लगे देखने में वह अंग्रेजों की तरह लगते थे. शाम को जब घूमने निकलते थे तो सर पर हैट लगाकर निकलते थे जो अंग्रेज हैट लगते थे वही हैट लगाकर वह निकलते थे.

Tags: Local18, Moradabad News

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