भास्कर ठाकुर/सीतामढ़ी. बिहार के सीतामढ़ी जिले में स्थित बैरहा गांव के किसान, मुकेश सिंह, ने वैकल्पिक खेती का मार्ग अपनाया है और महज 10 कट्ठे की जमीन में फूलों की खेती कर बेहतर कमाई कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस छोटे से प्लॉट से ही एक बीघा तक उपज मिल रही है. मुकेश ने कहा कि वह कोलकाता नस्ल के गेंदा फूल की खेती कर रहे हैं, साथ ही नींबू और पपीते की भी खेती का प्रबंध करते हैं. पारंपरिक खेती में मुनाफा कम होने के कारण, उन्होंने वैकल्पिक खेती का चयन किया है. मुकेश ने बताया कि जब वे फूल की खेती करना शुरू करते हैं, तो कुछ दूरी पर पौधा लगाया गया था. फलने के बाद, लोग हैरान हो गए और कहा था कि यह किसी भी रूप में संभव नहीं है, लेकिन जब फलना शुरू हुआ, तो सभी को आश्चर्यचकित कर दिया.
फूल के शौक ने इसकी खेती के लिए किया प्रेरित
मुकेश सिंह ने बताया कि वर्तमान में सभी खेतों से कम फूल निकल रहा है या फिर वे दूसरे नस्ल के फूल लगा रहे हैं, लेकिन उनके बगीचे से फूल निकल रहा है. पीला बगीचे में चारों ओर फूलों का समृद्धि से भरा परिदृश्य है, और इससे खुशबु का आवास होता है. मुकेश ने बताया कि फूल लगाने में उन्हें बड़ा मजा आता है, और इसलिए उन्होंने इसे व्यावसायिक रूप में बदला है. उन्होंने यह भी बताया कि दूसरे किसान एक बीघे की जमीन में जितने फूल उगाते हैं, उनसे कहीं ज्यादा फूल वह 10 कट्ठे की जमीन में उगाते हैं. उन्होंने बताया कि हर दूसरे दिन एक क्विंटल फूल का उत्पादन हो रहा है, और इसके कारण लोग उनकी खेती का पैटर्न अपनाने लगे हैं.
फूल की खेती से सालाना 8 लाख की करते हैं कमाई
मुकेश ने बताया कि 10 कट्ठे के क्षेत्र में फूल की खेती करके मात्र दो महीने में 2 लाख रुपए तक की कमाई कर चुके हैं और ऐसा करते हुए वह इसमें और भी बढ़ी तकमील कर सकते हैं. उनका दृष्टिकोण है कि इसके बाद उन्होंने दूसरे नस्ल के फूलों को भी खेत में लगाने का निर्णय किया है. उन्होंने बताया कि इससे सालाना फूल की खेती से 8 लाख रुपए तक की और कमाई हो सकती है. उन्होंने यह भी साझा किया कि अब उन्होंने 10 कट्ठे के इलावा और 5 कट्ठे के क्षेत्र में भी फूल की खेती करना शुरू कर दिया है.
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FIRST PUBLISHED : November 19, 2023, 16:06 IST