मिर्जापुर में राॅबिन नहीं बबलू बनना चाहते थे प्रियांशु: धोनी के साथ ऐड के लिए 3 घंटे ऑडिशन दिया, नसीरुद्दीन शाह के सामने कांपने लगे थे

6 मिनट पहले

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हीरो पैदा नहीं होता…बनता है।

जब मैं मुंबई गया था, तो यह सोच कर आया कि यहां आकर ही हीरो नहीं बनूंगा। वहां तक ​​पहुंचने के लिए मेहनत करने वाले कलाकार, जो अभी भी जारी है।पड़ेगी, जो अभी भी जारी है।

ये कहावत है प्रियांशु पेन्युली का, जिसमें लोग राबिन के नाम

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