मिर्जापुर33 मिनट पहले
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मिर्जापुर में विंध्याचल धाम स्थित विंध्य रेसीडेंसी में संस्कार भारती के तत्वावधान में बाल गोकुलम कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ नगर पालिका परिषद के पूर्व अध्यक्ष मनोज जायसवाल ने माता विंध्यवासिनी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित करके किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि समाज को प्रेम, सहयोग और समाज में जीने का सबक भगवान श्रीकृष्ण ने दिया है। जिनके दिये गये संदेशों का अनुसरण कर जीवन को सार्थक किया जा सकता है।
मनोज जायसवाल ने कहा कि महाभारत रूपी संसार में अन्याय, अत्याचार और अधर्म के खिलाफ खड़ा होने वाला ही समाज में सम्मान का अधिकारी होता है। कर्म के अनुसार ही फल भी तय है। जिसे कोई अन्य नहीं जिम्मेदार को ही भुगतना पड़ता है। शकुनि की सलाह मानने वाले कौरवों का साम्राज्य 18 दिन में ही समाप्त हो गया था। उन्होंने बच्चों को भगवान श्री कृष्ण से प्रेरणा लेते हुए समाज में प्रेम सद्भाव और धर्म कर्म के पथ पर अडिग रहने का संदेश दिया।
विशिष्ट अतिथि संस्कार भारती काशी प्रांत के अध्यक्ष डॉ. गणेश प्रसाद अवस्थी ने कहा कि सनातन संस्कृति में भगवान श्री कृष्ण ने अधर्म और दुराचारियों का संहार किया। कहा कि नन्हे मुन्ने बच्चों को बाल गोपाल के नाम से जाना और पुकारा जाता है। नटखट बाल गोपाल के रूप में आज एक नहीं कई बाल गोपाल इस सभागार में उपस्थित है। जो अपने संस्कार एवं संस्कृति की जड़ों को मजबूत कर रहे हैं।
बाल गोकुलम कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के लगभग डेढ़ सौ बालक-बालिकाओं ने विभिन्न वर्गों में प्रतिभाग किया। नन्हे-मुन्हे बच्चो द्वारा राधा-कृष्ण का रूप धारण कर भक्ति गीतों पर अपनी प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर निर्णायक मंडल में शामिल सभासद घटा त्रिपाठी, अंकिता शर्मा, ममता द्विवेदी व सुशील पाण्डेय को सम्मानित किया गया। संस्कार भारती के जिलाध्यक्ष कृष्ण मोहन गोस्वामी, महामंत्री शिवराम शर्मा, अगस्त्य द्विवेदी, डॉ. शीला सिंह, संदीप जैन, संदीप श्रीवास्तव आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन संजय श्रीवास्तव ने किया।