मंगला तिवारी/मिर्जापुर: यूपी के मिर्जापुर जनपद का शुष्क एवं गर्म जलवायु खजूर की खेती के लिए वरदान साबित होगा. जिले के किसान बड़े स्तर पर खेती-किसानी के व्यवसाय से जुड़े हैं. इसमें से ज्यादातर किसान पारंपरिक खेती करते आ रहे हैं. हालांकि अब धीरे-धीरे परंपरागत खेती की स्थान पर उद्यानिकी व फलोद्यान की तरफ भी किसानों का रुझान बढ़ा है. खासकर युवा किसान आधुनिक खेती के तकनीक को समझ कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. ऐसे में जनपद में खजूर की खेती की अपार संभावनाओं को आकार देने की पहल किसानों के जीवन में मिठास घोलने का कार्य करेगा.
बता दें, मिर्जापुर जनपद में खजूर की अपार संभावनाओं को देखते हुए जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने खजूर की खेती कराने का निर्णय लिया था. जनपद को खजूर से हराभरा करने के लिए जिला प्रशासन ने खाका खींच लिया है. जनपद में बहुत जल्द ही खजूर के पौधे को लगाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि जनपद में खजूर की खेती करने के लिए 35 किसानों ने आवेदन किया है. राजस्थान से 244 टिश्यू कल्चर पद्धति से तैयार पौधे आए हैं. उन्होंने बताया कि कल यानी शनिवार को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल किसानों को खजूर के पौधे वितरित करेंगी.
किसानों को खजूर की खेती से होगा मुनाफा: डीएचओ
जिला उद्यान अधिकारी मेवा राम ने बताया कि खजूर के पौधे का पाव पानी में और सिर धूप में रहता है. यानि तेज गर्मी के साथ इसको पानी भी खूब चाहिए. एक पौधा 50 से लेकर 300 लीटर तक पानी पी जाता है. यह पौधा 60 साल तक जीवीत रह सकता है. किसान को खजूर की खेती से बड़ा मुनाफा होगा. जनपद में जिन किसानों ने परंपरागत खेती छोड़ खजूर की खेती करने के लिए आवदेन किया है, उनको आर्थिक लाभ मिलेगा. उन्होंने बताया कि इससे जनपद में खजूर की मिठास पसरने के साथ ही किसानों को इसकी खेती से अच्छा मुनाफा भी होने की संभावना है.
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FIRST PUBLISHED : March 1, 2024, 21:29 IST