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मुंबई6 घंटे पहले
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शेयर बाजार में अगले हफ्ते तेजी देखने को मिल सकती है। एनालिस्ट्स के मुताबिक, कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजे, होलसेल प्राइस इंडेक्स डेटा, इजराइल हमास वॉर, चाइना GDP, ब्रेंट क्रूड ऑयल प्राइसेस, फेड चेयर पॉवेल स्पीच, डोमेस्टिक इकोनॉमिक डेटा प्वाइंट्स, FII फ्लो और अपकमिंग IPO पर बाजार की नजर रहेगी।
यहां हम ऐसे फैक्टर्स के बारे में बता रहे हैं, जिनसे 16 अक्टूबर यानी सोमवार से शुरू होने वाले हफ्ते में बाजार की चाल तय होगी…
कॉर्पोरेट अर्निंग
इस पूरे हफ्ते में कई कंपनियां अपने फाइनेंशियल ईयर 2023-24 की दूसरी तिमाही (Q2FY24-जुलाई-सितंबर) के नतीजे घोषित करेंगी। HDFC बैंक, बजाज फाइनेंस, बजाज ऑटो, इंडसइंड बैंक, विप्रो, हिंदुस्तान यूनिलीवर, ITC, नेस्ले इंडिया, LTI माइंडट्री , अल्ट्रा टेक सीमेंट, JSW स्टील, ICICI बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक जैसी बड़ी कंपनियों के रिजल्ट्स पर निवेशकों की नजर रहेगी।
इसके अलावा जियो फाइनेंशियल सर्विसेज, बंधन बैंक, फेडरल बैंक, IDBI बैंक, RBL बैंक, यस बैंक, पेटीएम, सिएट, साइएंट डीएलएम, ICICI सिक्योरिटीज, यात्रा ऑनलाइन, हैप्पीएस्ट माइंड्स, ICICI प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस, ICICI लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस, L&T टेक्नोलॉजी, सिंजीन इंटरनेशनल, टाटा एलेक्सी, पर्सिस्टेंट सिस्टम्स, जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज, कॉफोर्ज, PVR आईनॉक्स, वोल्टास, CSB बैंक, JSW एनर्जी और L&T फाइनेंस होल्डिंग्स के भी अगले सप्ताह सितंबर तिमाही के नतीजे जारी किए जाएंगे।
डोमेस्टिक इकोनॉमिक डेटा प्वाइंट्स
डॉमेस्टिक इकोनॉमिक डेटा की बात करें तो अगले सप्ताह 16 अक्टूबर को सितंबर के लिए होलसेल प्राइस इंडेक्स (WPI) डेटा यानी थोक महंगाई के आंकड़े जारी किए जाएंगे। अनुमान है कि यह 0.7% तक पहुंच सकती है। इसके अलावा 6 अक्टूबर को समाप्त 15 दिनों की अवधि के लिए बैंक लोन और डिपॉजिट ग्रोथ के आंकड़े और 20 अक्टूबर को 13 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह के लिए फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व का डेटा जारी किया जाएगा।
इजराइल-हमास वॉर
कॉर्पोरेट अर्निंग्स रिजल्ट्स के अलावा निवेशकों की नजर इजराइल-हमास वॉर पर भी रहेगी। यह लड़ाई 7 अक्टूबर से चल रही है। इस वॉर का असर बाजारों पर भी देखने को मिल सकता है। हमास आतंकवादियों के हमले में हजारों इजराइलियों और विदेशियों की मौत हो चुकी है। जवाबी कार्रवाई में इजराइल की ओर से गाजा में किए गए हमले में भी कई लोग मारे जा चुके हैं।
युद्ध बढ़ता दिख रहा है, क्योंकि गंभीर हमले की तैयारी से पहले इजराइली सेना ने चेतावनी जारी कर उत्तरी गाजा के 10 लाख से अधिक निवासियों को दक्षिणी गाजा में शिफ्ट होने के लिए कहा है। दोनों पक्षों की ओर से मरने वालों की संख्या 3,500 से ज्यादा हो गई है।
ब्रेंट क्रूड ऑयल प्राइसेस
इजराइल-हमास वॉर का असर ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतों पर भी देखने को मिला है। क्रूड ऑयल के भाव में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और यह वॉर भी इसके कारणों में से एक है। इस वॉर से मिडिल ईस्ट में ऑयल प्रोडक्शन और सप्लाई प्रभावित होने की चिंता पैदा हो गई है।
हालांकि, अभी तक युद्ध का असर ऑयल की फिजिकल सप्लाई पर नहीं पड़ा है। इसके अलावा जी-7 ऑयल प्राइस रेंज के वॉयलेशन के कारण अमेरिका की ओर से रूसी क्रूड ऑयल के एक्सपोर्ट के खिलाफ प्रतिबंधों को कड़ा करने की खबर ने भी क्रूड ऑयल की कीमतों में तेजी को बढ़ावा दिया है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि जियोपॉलिटिकल टेंशन के बीच ऑयल की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा।
ब्रेंट क्रूड वायदा गुजरे सप्ताह के दौरान 7.5% बढ़कर 90.89 डॉलर प्रति बैरल हो गया, जिससे तकनीकी रूप से वीकली स्केल पर एक बुलिश रिवर्सल पैटर्न बन गया। इसलिए अगर कोई तेजी आती है तो मार्केट पार्टिसिपेंट्स उस पर कड़ी नजर रखेंगे, क्योंकि कीमतों में कोई भी बढ़ोतरी भारत जैसे ऑयल इंपोर्टर्स के लिए एक बड़ी चिंता है।
FII-फ्लो
बढ़ी हुई अमेरिकी बॉन्ड यील्ड ने FII फ्लो को प्रभावित करना जारी रखा हुआ है। FII लगातार तीसरे महीने भारत में नेट सेलर बने रहे। एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले दिनों में सेलिंग कम हो सकती है, लेकिन अगर इजराइल-हमास युद्ध के कारण क्रूड ऑयल की कीमतें बढ़ती हैं तो आगे भी FII की सेलिंग जारी रह सकती है।
FII ने पिछले सप्ताह कैश सेगमेंट में 2,200 करोड़ रुपए के शेयर बेचे, जिससे चालू माह का टोटल आउट फ्लो 10,600 करोड़ रुपए हो गया। हालांकि, डॉमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DII) ने महीने के दौरान लगभग 8,400 करोड़ रुपए के शेयर खरीदकर काफी हद तक इसकी भरपाई करने में कामयाबी हासिल की है।
फेड चेयर पॉवेल स्पीच
19 अक्टूबर को अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की स्पीच पर भी निवेशकों की नजर रहेगी। इसके अलावा अगले सप्ताह कई फेड अधिकारियों के भाषण पर भी फोकस रहेगा। सितंबर में अमेरिकी खुदरा महंगाई 3.7% पर पहुंच गई, जो कि अनुमान से ज्यादा है।
10-वर्षीय अमेरिकी बॉन्ड यील्ड सप्ताह-दर-सप्ताह आधार पर 4.8% से कम होकर 4.63% पर आ गई, लेकिन महीने-दर-महीने आधार पर 4.26% से अधिक पर है। अमेरिकी डॉलर इंडेक्स सप्ताह-दर-सप्ताह आधार पर 106.04 से बढ़कर शुक्रवार को 106.67 पर बंद हुआ।
इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग
इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO की बात करें तो इस हफ्ते भी प्राइमरी मार्केट एक्टिव रहेगा। गुजरात स्थित गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी IRM एनर्जी का 545 करोड़ रुपए का IPO 18 अक्टूबर को ओपन और 20 अक्टूबर को क्लोज होगी। इसके लिए प्राइस बैंड 480-505 रुपए प्रति शेयर रखा गया है।
SME सेगमेंट में ऑनलाइन रिटेलर वुमनकार्ट 16-18 अक्टूबर के दौरान अपना 9.56 करोड़ रुपए का IPO ला रही है। इसके लिए प्राइस बैंड 86 रुपए प्रति शेयर पर फिक्स है। इसके बाद राजगोर कैस्टर डेरिवेटिव्स का 48 करोड़ रुपए का IPO 17 अक्टूबर को ओपन होगा, जिसके लिए प्राइस बैंड प्रति शेयर 47-50 रुपए है। यह ऑफर 20 अक्टूबर को क्लोज हो जाएगा।
इसके अलावा अरविंद एंड कंपनी शिपिंग एजेंसीज का IPO 16 अक्टूबर को क्लोज होगा, जो अब तक 36.72 गुना सब्सक्राइब किया जा चुका है। जहां तक लिस्टिंग की बात है तो IPO शेड्यूल के अनुसार, कमिटेड कार्गो केयर 18 अक्टूबर को एनएसई इमर्ज पर अपनी शुरुआत करेगी।
पिछले हफ्ते बाजार में रही थी तेजी
पिछले कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन यानी शुक्रवार (13 अक्टूबर) को शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली थी। सेंसेक्स 125 अंक की गिरावट के साथ 66,282 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी में भी 42 अंक की गिरावट रही, यह 19,751 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं पिछले पूरे कारोबारी हफ्ते में BSE का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 0.86% चढ़ा था। निफ्टी में भी 1.25% की तेजी रही थी।

