माफिया अतीक अहमद के चौथे बेटे अहजम अहमद की रिहाई को लेकर सस्पेंस बरकार, आज हो सकता है निर्णय

हाइलाइट्स

अतीक अहमद के चौथे बेटे अहजम अहमद की बाल सुधार गृह से रिहाई को लेकर सस्पेंस बरकरार है
अहज़म 5 अक्टूबर को बालिग हो चुका है, लिहाजा उसे बाल संरक्षण गृह में नहीं रखा जा सकता

प्रयागराज. माफिया अतीक अहमद के चौथे बेटे अहजम अहमद की बाल सुधार गृह से रिहाई को लेकर सस्पेंस बरकरार है. अतीक अहमद का चौथे नंबर का बेटा अहज़म 5 अक्टूबर को बालिग हो चुका है. बालिग होने की वजह से उसे अब बाल संरक्षण गृह में नहीं रखा जा सकता है. ऐसे में अब यह देखना होगा कि बाल कल्याण समिति माफिया अतीक के बेटे अहजम को रिहा करती है या फिर प्रयागराज पुलिस उमेशपाल शूटआउट केस में उसे आरोपी बनाकर उसकी गिरफ्तारी करती है.

गौरतलब है कि 24 फरवरी को हुए उमेश पाल और दो सरकारी गनर शूटआउट केस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ था कि वारदात में जो आईफोन इस्तेमाल किए गए थे उनकी कोडिंग अतीक के बेटे अहजम ने ही की थी. उमेश पाल शूटआउट केस में कस्टडी रिमांड पर लिए गए अतीक अहमद के वकील खान सौलत हनीफ ने भी अपने बयान में यह बात पुलिस को बताई थी. हालांकि इसके बावजूद पुलिस ने अभी तक अहजम को आरोपी नहीं बनाया है.

उमेश पाल शूटआउट केस के बाद प्रयागराज पुलिस को अहजम और उसका छोटा भाई आबान लावारिस हालत में घर के पास कसारी मसारी में घूमते हुए मिले थे. नाबालिग होने की वजह से धूमनगंज थाना पुलिस ने इन दोनों को बाल सुधार गृह में दाखिल कर दिया था. 4 मार्च से अतीक के दोनों बेटे प्रयागराज के राजरूपपुर इलाके में स्थित बाल सुधार गृह में ही हैं. माफिया अतीक के बाल सुधार गृह में रखे गए बेटों के बारे में 10 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है. सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई के दौरान कोर्ट को यह बताया जाना है कि बच्चों के बारे में क्या फैसला लिया गया है. अतीक अहमद की एक बहन शाहीन ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर इन दोनों बच्चों की कस्टडी मांगी है. हालांकि बाल कल्याण समिति ने अभी तक इन बच्चों के बारे में कोई फैसला नहीं लिया है. वहीं पुलिस प्रशासन भी बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर है.

दरअसल, नियम के मुताबिक 18 साल की उम्र पूरी कर चुके बालिग किशोरों को बाल सुधार गृह में नहीं रखा जाता है. अब यह देखना होगा कि बाल कल्याण समिति यानि CWC इन बच्चों के बारे में क्या फैसला लेती है. इसके अलावा यह भी देखना होगा कि आखिरकार 10 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई में क्या रिपोर्ट पेश की जाती है. अहजम और आबान के पिता माफिया अतीक अहमद की हत्या हो चुकी है, जबकि मां शाइस्ता परवीन पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार फरार चल रही है. शाइस्ता परवीन उमेश पाल शूटआउट केस में नामजद अभियुक्त है. पुलिस ने शाइस्ता परवीन पर 50 हजार का इनाम घोषित किया है. अतीक अहमद के दो बेटों में बड़ा बेटा मोहम्मद उमर लखनऊ जेल में और दूसरा बेटा अली अहमद नैनी सेंट्रल जेल में बंद है. उम्मीद जताई जा रही है कि बाल कल्याण समिति सोमवार को अहजम को लेकर कोई फैसला ले सकती है. हालांकि फैसला क्या होगा, इस बारे में अभी कुछ भी साफ नहीं है.

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