शुभम मरमट/उज्जैन. हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ का महीना दान-पुण्य के लिए बेहद शुभ माना जाता है. इस माह को माघी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन गंगा, और बाकि पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व है. माघ पूर्णिमा के दिन भाग्य और आर्थिक पक्ष को मजबूत करने का शुभ अवसर है. इस साल 24 फरवरी को माघ पूर्णिमा आ रही है. इसमें बहुत से ऐसे कार्य हैं जिनको करना निषेध है. उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित रवि शुक्ला बता रहे हैं कि माघ पूर्णिमा पर क्या नहीं करना चाहिए.
माघ पूर्णिमा के दिन किसी की भी निंदा नहीं करनी चाहिए न किसी के लिए गलत शब्दों का प्रयोग करना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी हमेशा के लिए रुष्ट हो जाती हैं. इसलिए, अपनी वाणी को नियंत्रण में रखना चाहिए.
बाल और नाखून न काटें
इन दिन बाल और नाखून नहीं कटवाने चाहिए. बालों और नाखूनों को काटने के बाद शरीर को मृत हिस्सों के रूप में देखा जाता है, इसलिए पूर्णिमा तिथि के दिन इन भागों को काटने से माता लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं.
काले वस्त्र न पहने
माघ पूर्णिमा के दिन काले वस्त्र पहनना निषेध माना गया है. ऐसा करने से जीवन में नकारात्मक ऊर्जा आने लगती है. साथ ही मनुष्य की बुद्धि खराब होने लगती है.
किसी का अपमान न करें
माघ पूर्णिमा के दिन घर के बड़े बुजुर्गों का अपमान नहीं करना चाहिए. साथ ही किसी महिला के साथ गलत व्यवहार भी नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से पितृ दोष लगता है, जिससे जीवन में तमाम तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
देर तक न सोएं
माघ पूर्णिमा के दिन देर तक नहीं सोना चाहिए. ऐसा करने से जीवन में दुर्भाग्य आता है. साथ ही इस दिन घर को गंदा नहीं रखना चाहिए, इससे घर में नकारात्मकता आती है और धन की देवी मां लक्ष्मी का आगमन नहीं होता है.
लड़ाई झगड़ा न करें
माघ पूर्णिमा के दिन घर में किसी तरह का कलह या लड़ाई झगड़ा नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से घर की सुख-शांति भंग हो जाती है. साथ ही माता लक्ष्मी भी नाराज हो जाती हैं, जिसका असर आर्थिक स्थिति पर पड़ता है.
.
Tags: Dharma Aastha, Latest hindi news, Local18, Mp news, Religion 18, Ujjain news
FIRST PUBLISHED : February 20, 2024, 15:47 IST