परमजीत कुमार/देवघर.माघ महीने की पूर्णिमा तिथि को माघी पूर्णिमा कहते हैं. हिंदू धर्म में माघ पूर्णिमा का काफी खास महत्व है, क्योंकि माघ पूर्णिमा में स्नान दान तर्पण हवन आदि करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और जातक की मनोकामनाएं पूर्ण होती है. माघ पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु की माधव स्वरूप की पूजा करने से जातक को शुभ फलों की प्राप्ति होती है.माघी पूर्णिमा के दिन गौ माता को खाना खिलाना उत्तम माना जाता है. तो आईये देवघर के बैद्यनाथ मंदिर के तीर्थपुरोहित सह ज्योतिषआचार्य से जानते है कि माघी पूर्णिमा में गो माता को क्या खिलाना चाहिए?
देवघर बाबा बैद्यनाथ मंदिर के तीर्थ पुरोहित सह ज्योतिषआचार्य प्रमोद श्रृंगारी ने लोकल 18 से कहा कि 12 मास में 4 मास सबसे उत्तम माना गया है. वैशाख, सावन, कार्तिक और माघ है. माघ पूर्णिमा का व्रत 24 फरवरी को रखा जाएगा. माघ पूर्णिमा के दिन स्नान दान और गौ सेवा का काफी खास महत्व होता है. सनातन धर्म में गाय को माता के रूप माना गया है. गाय में 33 करोड़ देवी देवताएं वास करती है. वहीं, विष्णु पुराण में उल्लेख है कि अगर आप पूर्णिमा के दिन गौ माता की सेवा करते हैं तो भगवान विष्णु अत्यंत प्रसन्न होते हैं और जातक की जल्द ही मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. क्योंकि श्री कृष्ण के रूप में भगवान विष्णु ने स्वयं को माता की सेवा की थी.
पूर्णिमा के दिन गाय को खिलाये ये चीजे
माघी पूर्णिमा के दिन गौ माता को रोटी और गुड़ का सेवन अवश्य कराना चाहिए. इसके साथ ही अगर गौ माता को हरा चारा खिलाते है, तो कुंडली में बुध दोष भी समाप्त हो जाती है. वहीं, पूर्णिमा के दिन अगर तिल के लड्डू गौ माता को खिलाते हैं तो घर में सुख समृद्धि की वृद्धि होती है और घर में शांति बनी रहती है. वही सभी प्रकार के नकारात्मक शक्तियां दूर चली जाती है. इसके साथ मां लक्ष्मी की कृपा से आर्थिक समस्या भी समाप्त हो जाती है.
कब से शुरु हो रहा पूर्णिमा तिथी
माघ महीने की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 23 फरवरी को दोपहर 2 बजकर 54 मीनट से होने जा रहा है और समापन अगले दिन 24 फरवरी शाम 4बजकर 23 मिनट मे हो रहा है. इसलिए उदया तिथि के अनुसार 24 फरवरी को ही माघ पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : February 20, 2024, 16:15 IST