मां भवानी के इस मंदिर में हो रही त्रिकाल पूजा, द्वापर से जुड़ा है इसका इतिहास, पूरी होती है हर मनोकामना!

दीपक पाण्डेय/खरगोन.भारत के कोने कोने में कई चमत्कारी और विशेष मान्यता वाले मंदिर स्थापित है. तीज त्योहारों पर इन मंदिरों में लाखो श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते है. उन्हीं में से एक है मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के कसरावद में ऊंची पहाड़ी पर स्थित मां भवानी का प्राचीन मंदिर. यहां मां भवानी की स्वेत प्रतिमा विराजमान है. मान्यता है कि माता से जो भी मनोकामना मांगो वह पूरी होती है. नवरात्रि में दूर दूर से लाखो श्रद्धालु माता के दर्शन और पूजन के लिए पहुंच रहे है.

मंदिर के पुजारी सुनील जोशी बताते है की द्वापर युग में पांडव समकालीन यह मंदिर है. राजा भोज, परमार द्वारा एक बार इस मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ है. वर्तमान में जनसहयोग से फिर एक बार मंदिर का जीर्णोद्धार किया जा रहा है. महिष्मति स्मारिका नामक पुस्तक में विस्तृत रूप में मंदिर का वर्णन मिलता है. इसके अलावा जिस ताम्रपत्र पर मंदिर का उल्लेख है वह आज भी पेशवाओं के शनिवार वाड़ा में सुरक्षित रखा हुआ है. पेशवाओं के अधिनस्त होने से होलकर शासन में देवी अहिल्या बाई होलकर द्वारा इस मंदिर की देखरेख की जाती थी.

ऐसे होती है त्रिकाल पूजा
सुनील जोशी का कहना हैं की वें अपने परिवार की 14वीं पीढ़ी है जो इस मंदिर में सेवा दे रहे है. वें बताते है की वैसे तो वर्ष भर मंदिर में माता की पूजा अर्चना होती है. परंतु नवरात्रि में विशेष रूप से यहां मां भवानी की त्रिकाल पूजा होती है. प्रातः काल 5:30 बजे माता की आरती और देवी पाठ होता है. 7 बजे माता के वस्त्र परिवर्तन एवं श्रंगार होता है. इसके बाद मध्य में और फिर शाम को 4 बजे फिर श्रंगार और आरती एवं देवी पाठ होता है. रात को आरती होती है. इस प्रकार यहां नौ दिनों तक माता की त्रिकाल पूजा की जा रही है. बारहवें दिन यहां यज्ञ होगा. नवरात्रि के चलते लगभग 18 घंटे मंदिर के पट भक्तों के लिए खुले है. पूरे समय यहां दर्शन के लिए भक्तों की लंबी लंबी कतारें लगी रहती है.

यह हो रहे आयोजन
पुजारी ने बताया की हर साल मंदिर के नीचे चौक में सार्वजनिक नवरात्रि गरबा उत्सव मनाया जाता है. इस बार होने वाले गरबा महोत्सव में कई तरह के आयोजन हो रहे है. इसमें मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यो और शहरो से अलग अलग गरबा टीम यहां अपनी प्रस्तुतियां दे रही है. इसके अलावा मुंबई, राजस्थान सहित अन्य राज्यो के प्रसिद्ध कवियों द्वारा कवि सम्मेलन एवं खाटू श्याम की भजन संख्या का भी आयोजन हो रहा है. जिसे देखने हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ रही है.

यह है आकर्षण का केंद्र
लगभग 7 हजार स्क्वेयर फिट में यह मंदिर बना हुआ है. जिसे आकर्षक लाइटिंग से सजाया गया है. मंदिर की दीवारों पर देवी देवताओं के चित्र पेंटिंग के जरिए बनाएं गए है जो सभी भक्तों को आकर्षित कर रहे है. इसके अलाव यहां 26 हजार 800 स्क्वेयर फिट में मां भवानी का तीन मंजिला दिव्य मांगलिक भवन तैयार हो रहा है और यह पूरा निर्माण कार्य जनसहयोग से किया जा रहा है.

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