Patna:
बिहार में कैबिनेट विस्तार होने वाला है. इसे लेकर राजनीतिक गलियारे में हलचल मची हुई है. वहीं, पहले खबर आई थी कि 15 मार्च को बिहार सरकार का कैबिनेट विस्तार हो जाएगा, लेकिन अब खबर आ रही है कि इसमें देरी हो सकती है. फिलहाल, इसे लेकर कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं आई है. इस बीच जीतन राम मांझी से मिलने के लिए प्रदेश के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी मंत्रियों की लिस्ट लेकर पहुंचे हैं. आपको बता दें कि जब से बिहार में एनडीए की सरकार बनी है तब से हम पार्टी के संयोजक जीतन राम मांझी नीतीश सरकार में दो मंत्री पद पर अड़े हुए हैं. हम पार्टी को एक मंत्री पद दिया जा चुका है. दूसरी तरफ मांझी से सम्राट चौधरी की मुलाकात को लेकर अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या उनकी दो रोटी की मांग पूरी होने वाली है.
मांझी से मिलने पहुंचे सम्राट चौधरी
आपको बता दें कि महागठबंधन का साथ छोड़कर नीतीश कुमार ने एक बार फिर से एनडीए का हाथ थाम लिया है. 28 जनवरी को नीतीश ने दोबारा से सीएम पद की शपथ ली और इस तरह से उन्होंने 9वीं बार बिहार के सीएम के रूप में शपथ ग्रहण की. 12 फरवरी को नीतीश सरकार ने बिहार विधानसभा में विश्वासमत हासिल किया. सरकार गठन के बाद सीएम नीतीश के साथ 9 मंत्रियों ने मंत्री पद की शपथ ली. इन मंत्रियों में मांझी के बेटे संतोष सुमन को भी मंत्री बनाया गया, लेकिन इसके बाद भी जीतन राम मांझी में नाराजगी देखी गई. मांझी चाहते हैं कि उनकी पार्टी से कैबिनेट विस्तार में दो मंत्री बनाए जाए. बता दें कि हम पार्टी के महज चार विधायक हैं, लेकिन मांझी फिर भी दो पदों की मांग कर नीतीश सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया और फ्लोर टेस्ट से पहले एक और मंत्री पद को लेकर अड़ गए.
दो मंत्री पद की मांग पर मांझी
एक तरफ जीतन राम मांझी ने यहां तक कह दिया कि वे मरते दम तक नीतीश कुमार का साथ नहीं छोड़ेंगे तो दूसरी तरफ यह भी कह रहे हैं कि उन्हें बिहार सरकार में दो मंत्री पद मिलना चाहिए. मांझी ने कहा था कि पेट भरने के लिए कम से कम 3 रोटी की जरूरत होती है लेकिन दो रोटी से भी काम चल जाएगा. मांझी ने यह बोलकर स्पष्ट कर दिया था कि उन्हें 2 मंत्री पद चाहिए. इसके बाद यह संभावना जताई जाने लगी थी कि विश्वासमत के दिन मांझी पलटी मार सकते हैं, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. दूसरी तरफ बीजेपी ने भी उन्हें एक और मंत्री पद का आश्वासन दे दिया.