नई दिल्ली: टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के लिए आज का दिन काफी अहम है, क्योंकि आज उनकी एथिक्स कमेटी यानी लोकसभा की आचार समिति के सामने पेशी है. लोकसभा की आचार समिति ने ‘पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने’ से जुड़े आरोपों के मामले में टीएमसी यानी तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा को आज पेश होने के लिए कहा है. इससे पहले एथिक्स कमेटी ने महुआ के पांच नवंबर के बाद उन्हें बुलाने का अनुरोध अस्वीकार कर दिया था. सूत्रों की मानें तो महुआ पर आरोप है कि उन्होंने अपनी 14 विदेश यात्राओं की जानकारी स्पीकर कार्यालय को नहीं दी है. इतना ही नहीं, उन पर आरोप है कि उन्हें पैसे लेकर संसद में सवाल पूछे थे. सूत्र ने यह भी बताया कि महुआ मोइत्रा के लोकसभा पोर्टल को दुबई से 47 बार लॉग इन किया गया.
निशिकांत दुबे की वजह से बढ़ी महुआ की मुसीबत
दरअसल, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को 15 अक्टूबर को लिखे एक पत्र में महुआ मोइत्रा पर अडाणी समूह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाने के लिए उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी के कहने पर लोकसभा में सवाल पूछने के लिए रिश्वत लेने और लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है. दुबे ने कहा है कि किसी के साथ लॉगिन विवरण साझा करना पोर्टल का प्रबंधन करने वाली सरकारी संस्था (एनआईसी) के साथ समझौते का उल्लंघन है और यह सुरक्षा के लिए खतरा है. उन्होंने शिकायत में कहा था कि किसी समय महुआ मोइत्रा के करीबी रहे देहाद्रई ने मोइत्रा और हीरानंदानी के बीच अडाणी समूह तथा मोदी पर निशाना साधने के लिए रिश्वत के लेनदेन के ऐसे साक्ष्य साझा किये हैं, जिन्हें खारिज नहीं किया जा सकता. इस मामले के संदर्भ में वकील जय अनंत देहाद्रई और दुबे ने मोइत्रा के खिलाफ आचार समिति को ‘मौखिक साक्ष्य’’ सौंपे थे.
महुआ ने आरोपों को खारिज किया
वहीं, महुआ मोइत्रा ने कहा था कि उन्हें ‘दुबे और देहाद्रई द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए झूठे, दुर्भावनापूर्ण और अपमानजनक आरोपों के खिलाफ खुद का बचाव करने के लिए पर्याप्त अवसर दिया जाना चाहिए और मामले की निष्पक्ष सुनवाई होनी चाहिए.’उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज किया, लेकिन यह बात स्वीकार की कि हीरानंदानी उनके दोस्त रहे हैं और उन्होंने अपनी ओर से सवाल टाइप कराने के लिए उनके साथ अपने संसदीय पोर्टल का लॉगिन विवरण साझा किया था. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह सिर्फ उन्होंने मदद लेने के लिए किया था और इसमें कोई गड़बड़ नहीं थी.
दो नवंबर को सारे झूठ का पर्दाफाश कर दूंगी: महुआ
तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को कहा था कि वह ‘रिश्वत लेकर सवाल पूछने’ के आरोप से संबंधित मामले में दो नवंबर को लोकसभा आचार समिति के सामने पेश होंगी और वह उन सारे झूठ का पर्दाफाश कर देंगी जो उन्हें संसद में चुप कराने के मकसद से फैलाए गए हैं. साथ ही, उन्होंने अपने खिलाफ लगे आरोपों पर व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी से जिरह करने की इच्छा भी व्यक्त की.
मुहआ ने की थी 5 नवंबर के बाद की मांग
दरअसल, महुआ मोइत्रा ने अपने पहले से तय कार्यक्रमों को हवाला देते हुए समिति के प्रमुख विनोद कुमार सोनकर से 5 नवंबर के बाद समिति की बैठक बुलाने का आग्रह किया था, लेकिन समिति ने दो नवंबर से आगे की तारीख बढ़ाने से इनकार कर दिया था. महुआ मोइत्रा ने सवाल किया कि क्या आचार समिति कथित आपराधिकता के आरोपों की जांच करने के लिए उचित मंच है? उन्होंने बताया कि संसदीय समितियों में आपराधिक मामलों में क्षेत्राधिकार का अभाव है और उन्होंने ऐसे मामलों में कानून प्रवर्तन एजेंसियों को शामिल करने के महत्व पर जोर दिया.

महुआ पर क्या हैं आरोप
दरअसल, महुआ मोइत्रा पर आरोप है कि उन्होंने लोकसभा में सवाल पूछने के एवज में बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से पैसे और तोहफे लिए थे. अपने हलफनामे में खुद दर्शन हीरानंदानी ने इसे कबूल किया है. रियल एस्टेट अरबपति निरंजन हीरानंदानी के बेटे दर्शन हीरानंदानी ने तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा से जुड़े कैश फॉर क्वेरी विवाद में दावा किया कि उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल पूछने के लिए राज्यसभा सांसद महुआ मोइत्रा के संसदीय लॉगिन का इस्तेमाल किया था. हीरानंदानी ने एक हस्ताक्षरित हलफनामे में स्वीकार किया है कि मोइत्रा ने प्रधानमंत्री मोदी की ‘‘छवि खराब करने और उन्हें असहज करने’’ के लिए गौतम अडाणी पर निशाना साधा. (इनपुट भाषा से)
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FIRST PUBLISHED : November 2, 2023, 07:22 IST