महिलाओं के लिए वरदान है लहसुन, जरूर करें सेवन! फायदे जान हो जाएंगे हैरान

अरशद खान/ देहरादून.हमारे घर की रसोई में लहसुन का इस्तेमाल खूब किया जाता है. यह न सिर्फ हमारे खाने के स्वाद को बढ़ाता है बल्कि लहसुन औषधीय गुणों से भरपूर एक जड़ी बूटी भी है. हर 100 ग्राम लहसुन में करीब 150 कैलोरी, 33 ग्राम कार्ब्स, 6.36 ग्राम प्रोटीन मिलता है. लहसुन में विटामिन बी1, बी2, बी3, बी6, विटामिन सी,पाया जाता है जबकि ये कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, मैंगनीज, फॉस्फोरस, पोटेशियम, सोडियम और जिंक का भी बढ़िया स्रोत है. इसकी महक तीखी होती है इसलिए बहुत से लोग लहसुन खाने से कतराते भी हैं. खासतौर पर महिलाएं लहसुन को खाने से कतराती हैं, लेकिन यदि वह इसके फायदे जान कर हर कोई हैरान हो जाएगा .

लहसुन न केवल मेटाबॉलिज्म में सुधार करता है, बल्कि वजन घटाने और दिल को स्वस्थ रखने के भी काम आता है. इतना ही नहीं, महिलाओं से जुड़ी कई बीमारियों में तो यह रामबाण इलाज है.लहसुन पेट संबंधी समस्याओं के लिए काफी फायदेमंद है. साथ ही इसका सेवन पेट में मौजूद टॉक्सिन्स को साफ कर देता है

पीसीओडी को करता है बैलेंस
लोकल 18 से बातचीत में उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के आयुर्वेदिक डॉ. अंकित अग्रवाल कहते हैं कि आयुर्वेद में इस्तेमाल होने वाली बहुत सी औषधि हमारे घर की रसोई से ही शुरू होती हैं, जिनमें से एक लहसुन भी है. लहसुन वात(गैस) को कंट्रोल करने में बेहद लाभकारी है. वहीं बात महिलाओं की करें तो लहसुन में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो महिलाओं में पीसीओडी की समस्या को ठीक करने में सहायक होता है. लहसुन में मौजूद इम्यूनोमॉड्यूलेटरी पीसीओडी को बैलेंस करने में मदद करता है और यह वजन कंट्रोल करने में भी सहायक है.

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर
डॉ. अंकित अग्रवाल ने कहा कि महिलाएं काम करते-करते यदि शरीर में कमजोरी महसूस करती हैं या बहुत जल्दी थकान महसूस करती हैं, तो इसका मतलब है कि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो चुकी है. ऐसे में महिलाओं को लहसुन का सेवन करना चाहिए क्योंकि लहसुन रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का रामबाण नुस्खा है.

बांझपन रोकने में मददगार
डॉ. अग्रवाल ने कहा कि महिलाओं में बांझपन की समस्या से तो आप अवगत ही होंगे, इसे पूर्ण रूप खत्म करना संभव तो नहीं है लेकिन इसे काफी हद ठीक व बदतर होने से रोका जा सकता है. इसके लिए लहसुन सेवन लाभकारी माना जाता है क्योंकि इसमें पाए जाने वाले इम्यूनोमॉड्यूलेटरी और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पीसीओएस के लक्षणों का इलाज करने में मदद करते हैं.

Tags: Dehradun news, Health News, Life18, Local18, Uttarakhand news

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *