चेन्नई. हफ्ते भर से चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए तमिलनाडु में कांग्रेस से लगातार तीन बार विधायक रहीं एस. विजयधरानी आज भाजपा में शामिल हो गईं.उन्होंने केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन और पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अरविंद मेनन, जो तमिलनाडु में बीजेपी के चुनाव प्रभारी हैं, की उपस्थिति में दिल्ली में भाजपा में शामिल हुईं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नेतृत्व देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.
विजयधरानी के भाजपा में शामिल होने को पार्टी के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि वह तमिलनाडु में अपना जनाधार बनाने के लिए संघर्ष कर रही है. विजयधरानी कन्याकुमारी लोकसभा क्षेत्र की विलावनकोड सीट से विधायक हैं. भाजपा अतीत में कन्याकुमारी की लोकसभा सीट जीत चुकी है. विजयधरानी ने भाजपा में शामिल होने से पहले कांग्रेस से अपना रिजाइन लेटर सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट किया.
विजयधरानी ने केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन और पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व तमिलनाडु के चुनाव प्रभारी अरविंद मेनन की उपस्थिति में राष्ट्रीय राजधानी में पार्टी में शामिल हुईं. विजयधरानी ने विभिन्न योजनाओं के लिए केंद्र सरकार की सराहना की और अफसोस जताते हुए कहा कि उनमें से कुछ को तमिलनाडु में लागू नहीं किया जा रहा है, जहां द्रमुक-कांग्रेस गठबंधन सत्ता में है.
उन्होंने महिलाओं के लिए भाजपा की ओर से किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि देश में बहुत सारी बड़ी चीजें हो रही हैं. मुरुगन ने कहा कि मोदी के हाथों को मजबूत करने के लिए समाज के विभिन्न वर्गों के लोग भाजपा में शामिल हो रहे हैं. साल 2019 के आम चुनाव में भाजपा तमिलनाडु की 39 लोकसभा सीट में से एक भी सीट नहीं जीत पाई थी.
विजयधरानी एक सफल वकील भी हैं और वह भाजपा में शामिल होने वाली तमिलनाडु की पहली मौजूदा विधायक हैं. टेलीविजन चैनलों पर गहन चर्चा करने वाली विजयधरानी का राजनीतिक करियर तीन दशकों से भी अधिक लंबा रहा है और वह सार्वजनिक सेवा को लेकर प्रतिबद्धता की भावना और हाशिये पर पड़े लोगों के कल्याण पर ध्यान देने के लिए जानी जाती हैं.
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने विजयधरानी के पार्टी में शामिल होने पर कहा, ‘उनकी मौजूदगी भाजपा के लिए फायदेमंद साबित होगी क्योंकि उन्होंने लोगों, विशेषकर वंचितों के मुद्दों की वकालत करते हुए अपनी एक स्वच्छ छवि बनाई है.’ भाजपा नेता ने पुष्टि की कि विजयधरानी पिछले कुछ समय से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में थीं.
विजयधरानी (54) पहली बार 2011 में विलावनकोड विधानसभा क्षेत्र से चुनी गईं और फिर उसके बाद 2016 और 2021 के चुनावों में भी उन्होंने चुनाव जीता. भाजपा में शामिल होने से पहले विजयधरानी कांग्रेस महासचिव और विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक थीं.
.
FIRST PUBLISHED : February 24, 2024, 22:30 IST