Health News: एक महिला की बॉडी में गर्भाशय और बच्चेदानी का हेल्दी रहना बहुत जरूरी है क्योंकि इसी के अदंर एक बच्चे का विकास होते है. यदि बच्चेदानी में कोई परेशानी होती है, तो इससे गर्भधारण करने दिक्कत होती हैं. इसके अलावा इनफर्टिनिटी, रसौली और बच्चेदानी में कैंसर तक का खतरा बढ़ जाता है.
ट्रांस फैट
जो महिलाएं ट्रांस फैट की चीजें खाती हैं, उनके गर्भाशय में फाइब्रॉएड का खतरा बना रहता है. यदि आप कंसीव करने की सोच रही हैं, तो ट्रांस फैट वाली चीजों का सेवन ना करें क्योंकि ये शरीर पर फैट बढ़ाते हैं. इससे हार्मोंस असंतुलित हो जाते हैं. आइस्क्रीम, पैनकेक, वैफल, फ्राइड चिकन, कुकीज, केक आदि चीजों में ट्रांस फैट पाया जाता है.
ग्लूटेन युक्त चीज
जिन चीजों में ग्लूटेन पाया जाता है, उससे बच्चेदानी में समस्या हो जाती है. ग्लूटेन पाए जाने वाली चीजों का सेवन कम करने से एंडोमेट्रियोसिस से परेशान महिलाओं को दर्द और सूजन में राहत मिलती है. यदि आप कंसीव करना चाहती हैं, तो ग्लूटेन वाली चीजों का सेवन बिल्कुल ना करें.
शराब
एल्कोहल का सेवन बिलकुल ना करें. शराब शरीर में एस्ट्रोजन के संतुलन को बिगाड़ देती है. इससे महिलाओं को एंडोमेट्रियोसिस की परेशानी बढ़ सकती है. जानकारी के मुताबिक, शराब पीने से महिलाओं और पुरुषों दोनों की फर्टिलिटी पर बुरा प्रभाव पड़ता है.
कैफीन
बहुत से लोगों को चाय और कॉफी बहुत पसंद होती है. ऐसे में बहुत ज्यादा मात्रा में कैफीन लेते हैं, जिससे इंप्लांटेशन की प्रक्रिया डिस्टर्ब हो जाती है और बच्चे के विकास में रुकावट आती है. फर्टिलिटी एज में महिलाओं को ऊपर बताई गई सभी चीजों का सेवन बंद कर देना चाहिए.
(डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी है, जिसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है)
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