महामृत्युंजय जाप से दूर होते हैं ये सारे दोष, मिलती है भोलेनाथ की विशेष कृपा, ज्योतिष से जानिए उत्तम विधान

शुभम मरमट / उज्जैन. हिंदू धर्म में शिव भगवान का विशेष महत्व है. शिव भगवान ऐसे देवता है जो एक लोटा जल से भी प्रसन्न हो जाते हैं. महामृत्युंजय मंत्र भगवान शिव शंकर को प्रसन्न करने वाला खास मंत्र है. इस मंत्र का उल्लेख ऋग्वेद से लेकर यजुर्वेद तक में मिलता है. कहा जाता है कि यदि कोई व्यक्ति भयमुक्त, रोगमुक्त जीवन चाहता है और अकाल मृत्यु के डर से खुद को दूर करना चाहता है, तो उसे ‘महामृत्युंजय मंत्र’ का जाप करना चाहिए. महामृत्युंजय मंत्र भगवान भोलेनाथ का सबसे प्रिय मंत्र है. इस मंत्र के जप से मनुष्य की सभी बाधाएं और परेशानियां खत्म हो जाती हैं. शिवपुराण और अन्य ग्रंथो में भी इसके महत्व के बारे में विस्तार से बताया गया है.शिवपुराण के अनुसार, महामृत्युंजय मंत्र के जप से व्यक्ति को संसार के सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है. ऐसे में चलिए जानते हैं महामृत्युंजय के बारे मे पंडित वरुण पंड्या से विस्तार से…

महामृत्युंजय मंत्र का जाप विशेष परिस्थितियों में ही किया जाता है. अकाल मृत्यु, महारोग, धन-हानि, गृह क्लेश, ग्रहबाधा, ग्रहपीड़ा, सजा का भय, प्रॉपर्टी विवाद, समस्त पापों से मुक्ति आदि जैसे स्थितियों में भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया जाता है. इसके चमत्कारिक लाभ देखने को मिलते हैं. इन सभी समस्याओं से मुक्ति के लिए महामृत्युंजय मंत्र या लघु मृत्युंजय मंत्र का जाप किया.

महामृत्युंजय मंत्र
ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृ त्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ.

अकाल मृत्यु का भय समाप्त
भगवान शंकर के अति प्रिय महामृत्युंजय मंत्र के जाप से अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है. इस मंत्र के प्रभाव से दीर्घायु की प्राप्त होती है. भगवान शिव को प्रसन्न करने वाले इस मंत्र से उम्र बढ़ने का वरदान प्राप्त होता है.

होती है धन-धान्य में वृद्धि
महामृत्युंजय मंत्र के जाप से भगवान शिव को जल्दी प्रसन्न किया जा सकता है. इससे सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है. इसके नियमित जाप से घर में धन की कमी नहीं होती. मान्यता है कि इस मंत्र के जाप से व्यक्ति का समाज में वर्चस्व रहता है. नियमित जाप से व्यक्ति का मान-सम्मान बढ़ता है.

आरोग्य की प्राप्ति
माना जाता है कि महामृत्युंजय मंत्र न सिर्फ व्यक्ति को निडर और निर्भय बनाता है बल्कि इससे सभी शारीरिक कष्टों से मुक्ति और आरोग्य की भी प्राप्ति होती है.

संतान की प्राप्ति
ऐसी मान्यता है कि महामृत्युंजय मंत्र के जाप से भगवान शंकर असीम कृपा करते हैं और हर मनोकामना पूरी कर देते हैं. इस मंत्र के जाप से संतान की इच्छा पूरी होती है, ऐसा माना जाता है.

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