शादाब चौधरी/मंदसौर. रक्षाबंधन का पर्व बहन और भाई के अटूट प्यार का प्रतीक है. रक्षाबंधन पर बहनें भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और भाई उनकी रक्षा का वचन देते हैं. लेकिन, मंदसौर में एक बहन ऐसी भी है जो भगवान पशुपतिनाथ को भाई मानकर कई वर्षों से राखी बांधती आ रही है. निर्मला गुप्ता नामक महिला ने भगवान पशुपतिनाथ को इस बार 11 फीट लंबी राखी बांधी है, जिसमें मानसरोवर और चंद्रयान-3 को दर्शाया गया है. बाबा महाकाल के बाद भगवान पशुपतिनाथ ने भी रक्षाबंधन का त्योहार मनाया है.
दरअसल, रक्षाबंधन के अवसर पर मंदसौर शहर की काला खेत निवासी निर्मला गुप्ता 13 सालों से भगवान पशुपतिनाथ को राखी बांध रही हैं. निर्मला ने भगवान रूपी अपने भाई के लिए परिवार के साथ मिलकर करीब 11 फीट लंबी राखी बनाई, जिसमें मानसरोवर और चंद्रयान-3 को भी दर्शाया गया है. जानकारी के मुताबिक, निर्मला अपने परिवार के साथ मिलकर रक्षाबंधन के कुछ दिन पहले से ही भगवान पशुपतिनाथ के लिए राखी बनाने में जुट जाती हैं. लेकिन, इस बार पति की तबीयत खराब होने के चलते निर्मला ने महज़ तीन दिनों में 11 फीट लंबी राखी तैयार की है, जिसमें उनकी बहू और बेटियों ने सहयोग किया है.
13 वर्षों से भगवान पशुपतिनाथ को बांध रहीं राखी
गुरुवार को निर्मला परिवार के साथ भगवान पशुपतिनाथ के मंदिर पहुंची और शुभ मुहूर्त पर कैलाश मानसरोवर और चंद्रयान- 3 के साथ तिरंगे झंडे से तैयार की गई 11 फीट लंबी राखी भगवान पशुपतिनाथ की अष्टमुखी प्रतिमा पर बांधी. इस संबंध में निर्मला गुप्ता ने बताया कि वह प्रतापगढ़ की रहने वाली हैं. मंदसौर में उनका ससुराल है. पहले वह भगवान पशुपतिनाथ को राखी बांधती हैं, उसके बाद प्रतापगढ़ अपने भाइयों को राखी बांधने जाती हैं. 13 वर्षों से भगवान पशुपतिनाथ को राखी बांध रही हैं. इस बार उन्होंने कैलाश मानसरोवर की राखी बनाई है, जिसमें भगवान शिव को दर्शाया तो चंद्रयान-3 के साथ तिरंगे को भी राखी में स्थान दिया है.
तीन दिन में बनाई 11 फीट की राखी
निर्मला ने यह भी बताया कि हर बार उन्हें राखी बनाने में करीब एक महीना लग जाता है, जिसमें वह रोजाना करीब 2 से 3 घंटे का समय राखी बनाने में देती हैं. लेकिन, इस बार उनके पति की तबीयत खराब होने के चलते सिर्फ तीन दिनों में उन्हें राखी तैयार करनी पड़ी. जिसमें परिवार जनों ने उनका साथ दिया. साथ ही निर्मला ने कहा कि भगवान को राखी बांधकर देश की उन्नति के लिए प्रार्थना की गई है.
पुजारी ने भी सराहा
भगवान पशुपतिनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी कैलाश भट्ट ने बताया कि राजाधिराज महाकाल महाराज को राखी बांधी गई और उसके बाद भगवान पशुपतिनाथ को रक्षा सूत्र अर्पण किया गया. भगवान पशुपतिनाथ के लिए 11 फीट लंबी बहुत सुंदर राखी बनाई गई, जो भगवान के मस्तक पर लगाई गई है. भगवान पशुपतिनाथ से पूरे विश्व की रक्षा के लिए प्रार्थना की गई है.