शादाब/मन्दसौर. मलखंब एक ऐसा खेल है जिसमें कला और प्रतिभा दोनों का महत्वपूर्ण भूमिका होता है, और यह स्पोर्ट्स नगर के युवाओं और खिलाड़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण रूप में नजर आता है. मंदसौर जिले की सबसे छोटी नगर परिषद नगरी के खिलाड़ियों ने मलखंब में बेहद प्रशंसनीय प्रदर्शन किया है और उन्होंने प्रदेश स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक अपनी प्रतिभा का प्रमोशन किया है. इससे प्रकट होता है कि नगर के खिलाड़ियों ने अपने खिलाड़ियों की विकास और उनके खेल में माहिर होने के लिए प्रतिबद्ध रहे हैं.
बालक बालिकाओं की मलखंब खेल में समान रुचि
मलखंब खेल ने नगरी के युवाओं और बच्चों के बीच बढ़ती हुई रुचि को प्रोत्साहित किया है, और इसमें न केवल बालकों बल्कि बालिकाओं द्वारा भी बड़ी प्रतिभा दिखाई जा रही है. यह स्पोर्ट्स नगर के उज्जैन के बाद इस खेल में प्रतिभाओं की उपलब्धियों में दूसरे स्थान पर आता है, और यह एक बड़ी उपलब्धि है. नगरी के बच्चे इस विधा में माहिर होने के लिए कई माहिर तरीके से प्रयास कर रहे हैं और उन्होंने नगरी का नाम जिले में ऊंचा किया है. इसके साथ ही, नगर के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय स्तर पर अपने प्रदर्शन से अपने जिले का नाम रोशन किया है, और उन्होंने प्रदेश स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लिया है. यह स्पोर्ट्स नगर के बच्चों में मलखंब खेल के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देने में मदद कर रहा है.
बेहतर सुविधा मिले तो बन सकते है नंबर 1
20 साल पहले केसरीमल रजवानिया और सिद्धू पहलवान ने व्यायाम शाला के माध्यम से मलखंब प्रशिक्षण की शुरुआत की और उन्होंने नगरी में उस्ताद मुकेश अटोलिया के मार्गदर्शन में बच्चों को मलखंब के लिए प्रशिक्षित किया. इसके बाद से यह सिलसिला निरंतर जारी है. मलखंब खेल के प्रशिक्षक बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार करने में विशेषज्ञ हैं, और उनका कहना है कि अगर सुविधाओं में विस्तार किया जाता है तो नगरी मलखंब के लिए नंबर वन बन सकता है.
5 खिलाड़ियों ने देश स्तर पर किया नगरी का नाम रोशन
मलखंब में दिनेश धाकड़, श्यामसुंदर धाकड़, जानकीलाल धाकड़, संजय मीणा और भारत धाकड़ ने राष्ट्रीय स्तर पर नगरी का नाम रोशन किया है. यह पांचों खिलाड़ी महाराष्ट्र के सांगली, कोल्हापुर, पंजाब के अमृतसर, कोल्हापुर, और पटियाला के अलावा कुरुक्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं. संजय मीणा का कहना है कि स्थानीय स्तर पर सुविधाओं के साथ खेल को रोजगार से जोड़ना चाहिए ताकि युवाओं को इस खेल से जुड़ने की प्रति रुचि बढ़े और वे आगे बढ़ सकें.
ऐसे खेला जाता है मलखंब का खेल
मलखंब के खेल में खिलाड़ी 12 फीट की लकड़ी के खंभे पर चारों ओर विविध कला का कौशल प्रदर्शन करते हैं. उसी के आधार पर खिलाड़ी के पॉइंट निर्धारित होते हैं, और इनमें सर्वाधिक पॉइंट अर्जित करने वाले खिलाड़ी विजेता घोषित होता है. मलखंब के साथ इन दिनों रस्सी मलखंब का प्रचलन बढ़ रहा है, जिसमें भी खिलाड़ी करीब 20 से 25 फीट लंबे रस्से पर विविध कला कौशल का प्रदर्शन निर्धारित समय में करते हैं.
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FIRST PUBLISHED : September 08, 2023, 23:47 IST