मुंबई: कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने शनिवार को आरोप लगाया कि पुलिस ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की बैठक से ध्यान हटाने के लिए सरकार के आदेश पर जालना में मराठा आरक्षण की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया था. पटोले ने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि महिलाओं और बच्चों को भी नहीं बख्शा गया, जिससे इस घटना में कई लोग घायल हो गए.
यह भी पढ़ें
पटोले ने दावा किया, ‘विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) गठबंधन की बैठक से ध्यान भटकाने के लिए जालना की घटना को अंजाम दिया गया. ऐसा इसलिए किया गया ताकि बैठक के बारे में सकारात्मक संदेश देश के अन्य हिस्सों में न जाए.”
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘सरकार के आदेश के बिना पुलिस ऐसा करने की हिम्मत नहीं कर सकती.’ विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की दो दिवसीय बैठक बृहस्पतिवार और शुक्रवार को मुंबई के ग्रैंड हयात होटल में हुई थी और इसमें 28 विपक्षी दलों के 63 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था.
अधिकारियों के अनुसार, जालना की अंबाद तहसील में धुले-सोलापुर रोड पर अंतरवाली सराटी में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने शुक्रवार को लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े.
पुलिस ने बताया कि आंदोलन हिंसक हो गया क्योंकि कुछ लोगों ने राज्य परिवहन की बसों और निजी वाहनों को निशाना बनाया. ग्रामीणों ने दावा किया कि पुलिस ने हवा में गोलीबारी की, लेकिन अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की.
पटोले ने कहा कि जब महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस विपक्ष में थे, तो उन्होंने दावा किया था कि आरक्षण के मुद्दे का 24 घंटे में समाधान कर दिया जाएगा, लेकिन शिवसेना-भाजपा सरकार को सत्ता में आए एक साल से अधिक समय हो गया है.
उन्होंने कहा कि केंद्र और महाराष्ट्र में भाजपा सरकार की ‘‘विफलताओं” को उजागर करने के लिए कांग्रेस तीन सितंबर से ‘जन संवाद यात्रा’ शुरू करेगी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)