मन की किस स्थिति में गीता के कौन से श्लोक के पाठ से राहत मिल सकती है, यहां जानिए

मन की किस स्थिति में गीता का कौनसा श्लोक का करें पाठ

संघर्ष से परेशान

अगर आप अपने जीवन में आ रहे संघर्ष से परेशान हैं और इसके कारण तनाव में रह रहे हों तो गीता का यह श्लोक पढ़ें. 

हतो वा प्राप्यसि स्वर्गम् वा भोक्ष्यसे महिम्

तस्मात् उत्त्रूठ कौन्तेय युद्धाय कृतनिश्रय:

सफलता नहीं मिल रही हो | Success mantra tips 

काफी प्रयास के बावजूद सफलता नहीं मिलने से निराश हो तो मनोबल बढ़ाने के लिए गीता के इस श्लोक का पाठ करें

कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचना

मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते साड्गोस्त्वकर्मणि

मन को भटकने से रोकने के लिए

अगर मन बेचैन हो और बेकार की बातों की ओर ध्यान ज्यादा हो तो गीता का यह श्लोक मदद कर सकता है.

श्रद्धावान्ल्लभते ज्ञानं तत्पर: संयतेनद्रिय:

ज्ञानं लब्धा परां शान्तिमचिरेणाधिगच्छति

क्रोध पर नियंत्रण | anger control shlok

क्रोध पर नियंत्रण के लिए गीता का इस श्लोक का पाठ करें

क्रोधाद्भवति संमोह: संमोहास्मृतिविभ्रम:

स्मृतिभ्रंशाद्धुद्धिनाशो बुद्धिनाशात्प्रश्यति

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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