जितेन्द्र कुमार झा/लखीसराय : बाजार में शहद की बढ़ती लोकप्रियता और मांग के कारण किसान इससे जुड़कर अच्छी कमाई कर सकते हैं. मधुमक्खी पालन को लेकर सरकार बॉक्स उपलब्ध कराने के साथ अनुदान भी देती हैं. लखीसराय में भी किसान अब मधुमक्खी पालन करने लगे हैं और मुनाफा भी कमा रहे हैं. वहीं कोई किसान मधुमक्खी पालन करने की सोच रहे हैं तो कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखकर कम समय में बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं.
बारिश के दिनों में मधुमक्खी पालन को लेकर विशेष सावधानी बरतनी पड़ती है. लखीसराय जिला अंतर्गत सूर्यगढ़ा प्रखंड स्थित मुस्तफापुर के रहने वाले राजेंद्र झा भी मधुमक्खी पालन कर रहे हैं. मधुमक्खी पालन की शुरुआत करने वाले किसानों को कुछ टिप्स भी दिए हैं.
मधुमक्खियां के बॉक्स को रखने में दूरी का रखें ख्याल
राजेंद्र झा ने बताया कि मधुमक्खियां के बॉक्स को उचित स्थान पर रात में इस प्रकार रखें कि बॉक्स में करीब 5 फीट की दूरी रहे. मधुमक्खियां के प्रवेश द्वार को खोल दें ताकि वह अपना कार्य शुरू कर दे एवं बॉक्स को खोलकर रानी मधुमक्खी का निरीक्षण करते रहें. कमी होने पर मधुमक्खियां की जरुरत को पूरी करें. उन्होंने बताया कि मधुमक्खी पालन वाली जगह पर अगर सरसों की फसल उपजाई जाए तो फसल और मधुमक्खी दोनों को भी फायदा होता है.
बरसात के दिनों में बरतनी पड़ती है विशेष सतर्कता
राजेंद्र झा ने बताया कि पिछले 10 वर्षों से मधुमक्खी पालन कर रहे हैं. बारिश का मौसम मधुमक्खियां के लिए विपरीत समय होता है. जहां हम मधुमक्खी का पालन कर रहे होते हैं उसके चारों तरफफूलों की उपलब्धता कम हो जाती है. इसलिए मधुमक्खी को भोजन के लिए इस्तेमाल होने वाले पराग कंद की उपलब्धत नहीं हो पता है. जिससे मधुमक्खी निष्क्रिय हो जाता है और मौत हो जाती है.
इस मौसम में चींटी सहित अन्य कीड़े मकोड़े परेशान करने लगते हैं. साथ हीं पक्षियों का भी डर बना रहता है. ऐसी स्थिति में आर्टिफिशियल भोजन चीनी की आवश्यकता पड़ती है. 1 लीटर पानी में 400 ग्राम चीनी को उबालकर ठंडा होने पर छोटे-छोटे पात्रों देना पड़ता है. इन विशेष बातों का ध्यान रखकर मधुमक्खी पालन से बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 9, 2023, 15:57 IST