मथुराएक घंटा पहले
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श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर कर्नाटक के कृष्ण मंदिर में पीतल से बनी भगवान राधा कृष्ण की सबसे बड़ी प्रतिमा लगाई जायेगी। साढ़े 8 फीट ऊंची यह प्रतिमा मथुरा के वृंदावन में बनी है। इस प्रतिमा को कर्नाटक के लिए भेज दिया गया है। जिसकी प्राण प्रतिष्ठा यानी मंदिर में स्थापना श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर की जाएगी।
ये तस्वीर श्री कृष्ण हैंडीक्राफ्ट के मालिक अजय अग्रवाल की है।
साढ़े 8 फीट ऊंची है प्रतिमा
भगवान राधा कृष्ण की वैसे तो दुनिया भर में अनेकों प्रतिमा हैं। ज्यादातर मंदिरों में भगवान की या तो पत्थर की प्रतिमा हैं या फिर मार्बल से बनी प्रतिमा। लेकिन अब कर्नाटक के कृष्ण मंदिर में पीतल से बनी भगवान राधा कृष्ण की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित की जा रही है। इसकी उंचाई साढ़े 8 फीट है। इसे श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर स्थापित किया जायेगा।
ज्यादातर मंदिरों में भगवान की या तो पत्थर की प्रतिमा हैं या फिर मार्बल से बनी प्रतिमा।
6 महीने में बन कर तैयार हुई प्रतिमा
अप्रैल 2023 में कर्नाटक के कृष्ण भक्तों द्वारा भगवान राधा कृष्ण की प्रतिमा बनाने के लिए श्री कृष्ण हैंडीक्राफ्ट के मालिक अजय अग्रवाल को ऑर्डर दिया गया। इसमें भगवान राधा कृष्ण की पीतल से प्रतिमा बननी थी। ऑर्डर मिलने के बाद अजय अग्रवाल ने तैयारी शुरू की और 40 कारीगरों से 6 महीने मेहनत करा कर साढ़े 8 फीट की भगवान राधा कृष्ण की प्रतिमा तैयार कराई।
प्रतिमा तैयार होने के बाद पैक कर इसे कर्नाटक भिजवाया गया है।
600 किलो पीतल का किया गया प्रयोग
भगवान राधा कृष्ण की विशालतम प्रतिमा बनाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी थी पीतल। जिसकी आपूर्ति मुरादाबाद से की गई। मुरादाबाद से पीतल आने के बाद शुरू हुआ उसे आकार देने का काम। प्रतिदिन 8 से दस घंटे की मेहनत के बाद कारीगरों ने पीतल को भगवान राधा कृष्ण का रूप दिया और श्री कृष्ण जन्माष्टमी से दस दिन पहले तैयार कर दी। इस प्रतिमा को बनाने के लिए 600 किलो पीतल का प्रयोग किया गया।
प्रतिमा को बनाने के लिए 600 किलो पीतल का प्रयोग किया गया है।
8 लाख रुपए में बनकर तैयार हुई प्रतिमा
भगवान राधा कृष्ण की साढ़े 8 फीट ऊंची प्रतिमा तैयार करवाने वाले दुकानदार अजय अग्रवाल ने बताया कि यह प्रतिमा करीब 8 लाख रुपए की है। उनका दावा है कि इतनी बड़ी भगवान राधा कृष्ण की पीतल से बनी प्रतिमा शायद भारत में दूसरी कहीं होगी। अजय अग्रवाल ने बताया कि इसे ट्रक से कर्नाटक भेजा गया है। लेकिन ट्रक में रखवाने के लिए क्रेन मंगवानी पड़ी थी।