मछली खाने के बाद महिला की हालत बिगड़ी, काटने पड़े दोनों हाथ-पैर, जानें क्यों आई ऐसी नौबत

न्यूयॉर्क. लोग मानते हैं कि मछली खाने से उन्हें पर्याप्त विटामिन मिल जाते हैं, लेकिन मछली खाना हमेशा फायदेमंद नहीं होता है. इसके नुकसान भी देखने को मिल जाते हैं. ताजा मामला अमेरिका के कैलिफोर्निया प्रांत का है जहां पर एक मह‍िला को मछली खाना इतना मंहगा पड़ गया कि उसे लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा और अंतत: उसके चार अंगों को काटना पड़ा.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कैलिफोर्निया के सैन जोस की 40 वर्षीय लौरा बाराजस को दूषित तिलापिया खाने के बाद संक्रमण हो गया. सर्जरी से उसकी जान तो बच गई लेकिन उसके दोनों हाथों और दोनों पैर काटने पड़े. उसकी हालत लगातार बिगड़ रही थी. न्यूयॉर्क पोस्ट की खबर के अनुसार डॉक्टरों ने आखिरकार उसके चारों अंग काटने का फैसला किया.

विब्रियो वल्निफिकस, एक संभावित घातक जीवाणु जो आमतौर पर कच्चे समुद्री भोजन और समुद्री जल में पाया जाता है. उसकी दोस्त अन्ना मेसिना ने कहा कि बाराजस सैन जोस के एक स्थानीय बाजार से खरीदी मछली खाने के कुछ दिन बाद बीमार हो गई. मछली उसने घर पर अपने लिए पकाई थी. मेसिना ने कहा, ‘वह लगभग अपनी जान गंवा चुकी थी. वह रेस्पायरेटर पर थी.’

कोमा में चली गई थी महिला
उसने बताया कि डॉक्‍टरों ने उसे दवा देकर कोमा में डाल दिया. उसकी उंगलियां, पैर और होंठ काले पड़ गये थे. उसकी किडनी खराब हो रही थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि अस्पताल में एक महीने तक रहने के बाद उसकी जान बच सकी, लेकिन अब बाराजस के हाथ और पैर नहीं हैं.

खतरनाक है यह बैक्टीरिया
मेसिना के मुताबिक बाराजस विब्रियो वल्निकस से संक्रमित थी. एक जीवाणु संक्रमण जिसके बारे में यूएस सीडीसी चेतावनी देता रहा है. सीडीसी का कहना है कि हर साल संक्रमण के लगभग 150-200 मामले सामने आते हैं और संक्रमण से पीड़ित पांच में से एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है. कभी-कभी बीमार होने के एक से दो दिनों के भीतर मौत हो जाती है. यूसीएसएफ संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. नताशा स्पोटिसवूड के हवाले से कहा गया, ‘जिन तरीकों से आप इस बैक्टीरिया से संक्रमित हो सकते हैं, वे हैं- आप कुछ ऐसा खा सकते हैं जो इससे दूषित हो या कोई कटा घाव या टैटू उस पानी के संपर्क में आ जाये जिसमें यह कीड़ा हो.’

Tags: America News, California News, Fish, World news

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *