मछलियों का कर रहे हैं कारोबार? तो इस नस्ल का करें पालन, 10 गुना होगा मुनाफा

आशीष कुमार/पश्चिम चम्पारण. कईलोग मछली पालन करने की सोचते तो हैं, लेकिन अत्यधिक खर्च और भविष्य में होने वाले नुकसान की आशंका से डरते रहते हैं. ऐसे में आज हम आपको मछलियों की कुछ ऐसी प्रजाति के बारे में बताएंगे, जिनका पालन आपके लिए फायदे का सौदा हो सकता है. इन मछलियों के पालन में बेहद कम खर्च होता है. बीज डालने के महज छह महीने में ही इनकम शुरू हो जाती है. खास बात यह है कि लागत की तुलना में आय कई गुना ज्यादा होती है. इस वजह से अधिकांश लोग इन्हीं प्रजातियों का पालन करना चाहते हैं.

जिला मुख्यालय बेतिया स्थित मछली लोक के संचालक रत्नेश पांडे ने बताया कि आज के दौर में मत्स्य पालन एक बेहतर विकल्प है. यह ऐसा व्यवसाय है, जिसमें लागत काफी कम और लाभ अधिक है. इसके आलावा वैसे किसान जिनकी जमीन बंजर हो चुकी है या फिर ऐसी जमीन जिसपर खेती नहीं की जा सकती, उनके लिए मत्स्य पालन रोजगार का एक श्रेष्ठ माध्यम है. बकौल रत्नेश, मछली पालन की शुरुआत के लिए कम से कम 10 कट्ठे का वाटर एरिया होना अनिवार्य है. इसमें आप सिर्फ 5 से 10 हजार रुपए की लागत से मत्स्य पालन की शुरुआत कर सकते हैं.

इन मछलियों का करें पालन
रत्नेश ने बताया कि जल्द से जल्द लाभ के लिए किसी भी पालक को ग्रास कार्प, कॉमन कार्प और सिल्वर कार्प मछलियों का पालन करना चाहिए. यह मछलियों की ऐसी प्रजातियां हैं, जिन्हें आप एक ही तालाब में एक साथ रख सकते हैं. गौर करने वाली बात यह है कि ये तीनों मछलियां अलग-अलग स्तर की हैं. तालाब में सिविल कार्प ऊपरी स्तर पर, ग्रास कार्प मध्य स्तर पर और कॉमन कार्प निचले स्तर पर रहती है.

सलाना एक लाख की इनकम
10 कट्ठे के एक तालाब में फिंगर लिंग आकार की इन मछलियों के 30 किलोग्राम तक बीज डाला जाता है. अच्छी बात यह है कि आप किसी भी महीने में बीज डाल सकते हैं. बीज डालने के ठीक 6 महीने में आप इन मछलियों को हार्वेस्ट कर सकते हैं. बता दें कि हार्वेस्टिंग और बीज डालने की प्रक्रिया साल में दो बार होनी चाहिए. जहां तक बात कमाई की है, तो पहले साल की हार्वेस्टिंग में ही आपकी कमाई एक लाख जरूर हो जाएगी.

Tags: Bihar News, Business, Fisheries, Local18

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