भूल जाएंगे पॉवर बैंक.. .जब पहन लेंगे ये जूता, बिहार की छात्रा ने किया करामात

दीपक कुमार/बांका:– टेक्नोलॉजी लोगों की राह को लगातार आसान बनाते जा रहा है. विज्ञान के क्षेत्र में नन्हें वैज्ञानिक भी कमाल का शोध कर लोगों को अचरज में डाल दे रहे हैं.  इसकी कड़ी में बांका के एक ऐसे नन्हें वैज्ञानिक से मिलवाने जा रहे हैं, जो इन दिनों में चर्चा में हैं. ये वैज्ञानिक कोई और नहीं, बल्कि बांका जिला के अमरपुर प्रखंड अंतर्गत राजकीय मध्य विद्यालय विशंभरचक की आठवीं कक्षा की छात्रा 14 वर्षीय सुप्रिया कुमारी हैं. सुप्रिया मोबाइल चार्ज करने वाले जूते बना रही है. सब कुछ ठीक-ठाक रहा, तो ये जूता जल्द ही देखने को मिलेगा. सुप्रिया ने इस जूते का मॉडल पेपर पर तैयार किया है, जो दिखने में बेहद आकर्षक लग रहा है.

आठवीं की छात्रा बना रही ये डिवाइस
आठवीं की छात्रा सुप्रिया कुमारी ने बताया कि स्कूल के प्रधानाध्यापक ने कहा था कि अपनी सोच से कुछ ऐसी चीज बना दीजिए, जो यादगार हो जाए. उन्होंने बताया कि काफी मंथन और गूगल की सहायता से लगा कि क्यों ना मोबाइल चार्ज करने वाला जूता बनाया जाए. इसके बाद इस जूते को बनाने के लिए शोध करना शुरू कर दिया. स्कूल के विज्ञान शिक्षक मनोज दुबे की देख-रेख में ब्लू प्रिंट तैयार किया और प्रधानाध्यापक जितेन्द्र कुमार सिंह को दिखाया. इस ब्लू प्रिंट को देखकर प्रधानाध्यापक भी हैरान रह गए. प्रधानाध्यापक ने इसको जिला स्तरीय इंस्पायर अवार्ड के लिए शामिल कर लिया. वहीं जिला स्तर पर आयोजित हुए इंस्पायर्ड अवार्ड में इस मॉडल को सेलेक्ट कर लिया गया. इलेक्ट्रॉनिक जूता बनाने के लिए जल्द ही 10 हजार अनुदान राशि भी मिलने वाली है. इस राशि की मदद से जूते को तैयार किया जाएगा.

जूते पर प्रेशर पड़ते हीं इलेक्ट्रॉन होने लगेगा जेनरेट
सुप्रिया ने बताया कि इस जूते को बनाने में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण में सेंसर ऊर्जा संग्रह, चार्जिंग हब, चार्जिंग केबल की आवश्यकता पड़ेगी. उन्होंने बताया कि जूते के अंदर की डिवाइस प्रेशर पड़ने पर काम करेगा. कोई व्यक्ति जब इस जूते को पहनेगा, तो जूते के अंदर लगे डिवाइस पर प्रेशर पड़ेगा. इससे इलेक्ट्रॉन जेनरेट होगा, यानि यांत्रिक ऊर्जा, विद्युत उर्जा में बदल जाएगा. जिसे एक संग्रहित डिवाइस में संग्रह किया जाएगा. उन्होंने बताया कि पावर बैंक की तरह ये डिवाइस रहेगा और उसी में संग्रह होगा. इसके बाद संचित की गई ऊर्जा से चार्जिंग हब में चार्जिंग केबल लगाकर मोबाइल को चार्ज किया जा सकेगा.

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इंस्पायर्ड अवार्ड से राशि मिलते ही तैयार होगा वास्तविक रूप
सुप्रिया कुमारी ने बताया कि इस इलेक्ट्रॉनिक जूते से लोगों को काफी फायदा होगा. भाग-दौड़ भरी दुनिया में लोगों के पास समय का काफी अभाव हो जाता है. ऐसे में यह जूता लोगों के लिए बड़े काम का साबित होगा. लोग चलते-फिरते अपनी मोबाइल को कहीं भी चार्ज कर सकेंगे. जब भी लोग जूता पहनकर चलेंगे, तो डिवाइस अपना काम करना शुरू कर देगा. जूते पहनकर लोग वॉकिंग भी कर सकते हैं. यह इलेक्ट्रॉनिक जूता पूरी तरह से आरामदायक होगा. डिवाइस को जूते के अंदर इस तरह फिट किया जाएगा कि लोगों को कोई तकलीफ नहीं होगी. उन्होंने बताया कि मोबाइल चार्ज करने वाले जूते का ब्लू प्रिंट तैयार है. जैसे ही इंस्पायर अवार्ड के जरिए 10 हजार की अनुदानित राशि प्राप्त होगी, तुरंत इसको बनाने का काम शुरू कर देंगे.

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