रितेश कुमार/समस्तीपुर. सहजन एक औषधीय फल है. किसान सहजन की खेती के लिए पौधे और फसल को लगाकर महज 10 महीने बाद से ही लाखों रुपए की आमदनी प्राप्त कर सकते हैं. सहजन के फसल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे एक बार खेत में लगा देने के बाद साल दर साल इससे पैदावार होती रहती है. जिससे किसानों को काफी फायदा होता है. सरकार द्वारा भी इन फसलों को लेकर अब 50 फीसदी सब्सिडी मुहैया करा रही है.
पूसा डॉ.राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि के सह निदेशक अनुसंधान एवं अखिल भारतीय फल अनुसंधान परियोजना के प्रधान अन्वेषक डॉ संजय कुमार सिंह ने बताया कि सहजन का महत्त्व उत्तर भारत की तुलना में दक्षिण भारत के लोग बेहतर तरीके से समझते हैं.
इन प्रभेद को लगाएं, होगा फ़ायदा
वैज्ञानिक का कहना है कि सहजन के वर्ष मैं दो बार चलने वाले प्रभेद में पीकेएम 1, पीकेएम 2, कोयंबटूर 1, कोयंबटूर 2 प्रमुख है. इन प्रभेदों का पौधा महज 4 से 6 मीटर ऊंचा होता है. 90 से 100 दिनों में ही इस में फूल आने लगता है. इन प्रभेदों में पैधे से किसान जरूरत के अनुसार विभिन्न अवस्थाओं में ही फसल की तुराई आरंभ कर देते हैं. इन प्रभेदों के सहजन के पौधे को लगाने के लगभग 160 से 170 दिन बाद इसमें फल तैयार हो जाता है.
साल में एक पौधा लगभग 40 से 50 किलोग्राम फल देता है. वैज्ञानिक के अनुसार जितने लाभकारी सहजन होता है. उतने ही लाभकारी सहजन की पत्तियां होती है क्योंकि सहजन के पंक्तियां खिलाने से जानवरों का भी स्वास्थ्य बेहतर होता है तथा दूध बढ़ जाता है.
वैज्ञानिक का कहना है कि जब लोग पौष्टिक सब्जी की चर्चा करती है तो सबसे पहले नाम सहजन का ही आता है. पृथ्वी पर पाए जाने वाले किसी भी पौधे में सहजन के बराबर औषधि एवं पौष्टिक गुण नहीं पाया जाता है. बिहार में सहजन को सालों भर आसानी से उगाया जा सकता है. इसके पौधे में किसी विशेष तरह की देखभाल की आवश्यकता नहीं है. कुछ सहजन की प्रजातियो में फल साल भर में एक ही बार आता है. इसके फल का उपयोग प्रायः लोग साल में एक बार जाड़े के दिन में सब्जी के रूप में करते हैं. हालांकि सहजन की कुछ प्रजाति ऐसे भी है जिनमें साल में दो बार फल लगते हैं.
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कृषि वैज्ञानिक ने सहजन का साल में 2 बार पढ़न वाला वार्षिक प्रभेद तैयार किया है. जो ना सिर्फ ज्यादा उत्पादन देता है बल्कि इसमें काफी अधिक मात्रा में प्रोटीन, लवण, लोहा, विटामिन बी, विटामिन सी आदि भरपूर मात्रा में भी पाया जाता है. उन्होंने कहा कि सहजन की खेती किसानों के लिए एक बेहतर और आर्थिक महत्व वाला काफी उपयुक्त फसल साबित हो सकता है, जिसे किसान को करना चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : October 15, 2023, 13:19 IST