चक्रवात ‘मिगजॉम’ के कारण चेन्नई में बने हालात को लेकर ग्रेटर चेन्नई नगर निगम (जीसीसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस तरह की भारी बारिश से निपटने के लिए शहर में उच्च क्षमता वाले दो हजार किलोमीटर अतिरिक्त आधुनिक नाले बनाने की जरूरत है।
चेन्नई में चक्रवात के कारण 50 सेंटीमीटर से अधिक बारिश हुई थी, जिसके कारण हालात काफी बदतर हो गये थे।
जीसीसी के मुख्य अभियंता एस. राजेंद्रन ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि शहर में वर्तमान में लगभग 2,950 किलोमीटर नाले हैं, जिनमें से अधिकांश की जल प्रवाह प्रबंधन क्षमता दो से पांच सेंटीमीटर प्रति घंटे है, जो अपर्याप्त है।
उन्होंने कहा, ‘‘चेन्नई में सड़क की लंबाई 5,500 किमी है। ऐसे में शहर को इतनी भारी बारिश से निपटने के लिए उच्च क्षमता वाले कम से कम 5,000 किलोमीटर नाले बनाने की जरूरत है। हालांकि शहर के उत्तरी, पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों में इस हिसाब से नाले बनाए जा रहे हैं कि सात से आठ सेंटीमीटर प्रति घंटे बारिश के प्रवाह को भी संभाला जा सके।
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