मंत्री ने पीटीआई-भाषा को एक साक्षात्कार में बताया कि दो परियोजनाओं में आठ अरब डॉलर का एक प्रस्ताव इजराइल की टॉवर सेमीकंडक्टर्स का और दूसरा प्रस्ताव टाटा समूह का है.
चंद्रशेखर ने कहा, ‘मुझे आपको बताते हुए खुशी हो रही है और शायद आप पहले व्यक्ति हैं, जिन्हें मैं यह बात रहा हूं. जल्द ही भारत में दो पूर्ण विकसित फैब आने वाले हैं. ये 65, 40 और 28 नैनोमीटर प्रौद्योगिकी में कई अरब के फैब होंगे. हम कई अन्य प्रस्तावों का भी मूल्यांकन कर रहे हैं.’
वह टावर सेमीकंडक्टर द्वारा पेश आठ अरब डॉलर के निवेश प्रस्ताव और भारत के सेमीकंडक्टर योजना की स्थिति पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे.
मंत्री ने कहा कि अगर आगामी आम चुनाव से पहले इन्हें मंजूरी नहीं मिली तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में इस परियोजना को मंजूरी दे दी जाएगी.
चंद्रशेखर ने कहा, ‘मैं आपको विश्वास के साथ बता सकता हूं कि जिन नामों का आपने उल्लेख किया है, उन्होंने बड़े, बहुत विश्वसनीय, बहुत महत्वपूर्ण निवेश प्रस्ताव प्रस्तुत किए हैं. फैब में टाटा द्वारा अन्य घोषित प्रस्ताव भी हैं. हमें उम्मीद है कि ये प्रस्ताव बहुत जल्द साकार होंगे.’
सरकार को सेमीकंडक्टर विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए चार और चिप असेंबली, परीक्षण, निगरानी और पैकेजिंग (एटीएमपी) इकाइयों के लिए 13 प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं.
ये प्रस्ताव अमेरिका की मेमोरी चिप विनिर्माता माइक्रोन द्वारा गुजरात में स्थापित किए जा रहे 22,516 करोड़ रुपये के चिप असेंबली संयंत्र के अतिरिक्त हैं.
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