भारत में बीते कुछ दिनों से लगातार कोहरे के कारण लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कोहरे की वजह से रविवार को इंदिरा गांधी हवाईअड्डे पर भी 500 उड़ानें देरी से उड़ी है। वहीं कोहरे के कारण 10 उड़ानों को कैंसल भी किया गया। वहीं सोमवार को भी ऐसा ही हाल रहा जब 100 से अधिक फ्लाइट विलंब के साथ उड़ी और पांच के रूट को डायवर्ट किया गया था। कोहरे के कराण यात्रियों को काफी देरी का सामना करना पड़ रहा है। यात्रियों को उड़ान भरने के लिए इंतजार करना, भोजन और पेय की कमी और एयर कंडीशनर का खराब होना शामिल है।
फ्लाइट की उड़ान में देरी के कारण इंडिगो फ्लाइट के एक यात्री ने को कैप्टन पर हमला कर दिया था। यहां यह जानना जरुरी है कि ऐसा क्यों हो रहा है? और उड़ान रद्द होने और देरी की स्थिति में यात्री क्या कर सकते हैं? और सरकार क्या कर रही है? बता दें कि रविवार को देश भर में कम से कम 10 उड़ानों को डायवर्ट किया गया, जबकि सैकड़ों अन्य में देरी हुई। सीएनएन ट्रैवलर के अनुसार सिर्फ कोलकाता में 50 से अधिक उड़ानों में देरी हुई।
इंडिया टुडे के अनुसार बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर खराब मौसम के कारण 58 उड़ानों में देरी हुई और आठ रद्द कर दी गईं। देश भर में यात्रियों को हवाई अड्डों और विमानों के अंदर लंबे समय तक परेशानी झेलने के लिए मजबूर होना पड़ा। कई लोगों ने अपनी समस्या को सोशल मीडिया पर भी शेयर किया है। हाल ही में एक हिंसा की घटना हुई है, जिसमें इंडिगो की एक उड़ान में एक यात्री को उस समय गिरफ्तार कर लिया गया, जब उसने दिल्ली हवाई अड्डे पर उड़ान भरने में देरी के संबंध में घोषणा करते समय एक पायलट को टक्कर मार दी।
रविवार शाम को हुई इस घटना का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया। इस वीडियो में साहिल कटारिया पीली जैकेट पहने हुए दिख रहा है। साहिल ने फ्लाइट के पायलट को उस समय मारा जब वो फ्लाइट में घोषणा कर रहा था। एक बयान में, एयरलाइन ने कहा कि कटारिया ने सह-पायलट पर “हमला” किया और यात्री को “नो-फ्लाई सूची” में शामिल करने के लिए मामला एक स्वतंत्र आंतरिक समिति को भेजा गया था। लघु वीडियो क्लिप में, पायलट को टक्कर मारने के बाद चालक दल के अन्य सदस्यों को उस पर चिल्लाते हुए देखा जा सकता है। एक अन्य वीडियो क्लिप में, कटारिया को सुरक्षाकर्मियों द्वारा विमान से बाहर ले जाते हुए देखा गया। हालांकि साहिल ने अपने आचरण के लिए माफी मांगी। फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट Flightradar24 के मुताबिक, फ्लाइट ने 10 घंटे से ज्यादा की देरी के बाद शाम 6 बजे दिल्ली से उड़ान भरी।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक उड़ान को सुबह 9 बजे उड़ान भरनी थी। मौसम का हाल देखकर लग रहा था कि इसमें देरी होगी। लेकिन वे परस्पर विरोधी जानकारी देते रहे। दोपहर 2 बजे के बाद, जब विमान तैयार हो गया, तो उन्होंने कहा कि उनके पास चालक दल नहीं है क्योंकि उस चालक दल को दूसरी उड़ान पर भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से अराजकता थी। जब उन्हें दल मिला तब शाम के 5.30 बज रहे थे। हम लगभग 8 बजे सवार हुए। कोई पायलट नहीं था। मुझे नहीं लगता कि ग्राउंड स्टाफ या क्रू को दोष देना है। यह प्रबंधन है, या कहें तो कुप्रबंधन… वहां कोई भोजन नहीं था, 17 घंटों में केवल चिप्स के कुछ पैकेट थे। उन्होंने कहा कि वे अपने ग्राहकों को महत्व नहीं दे रहे हैं और उन्हें सूचित नहीं कर रहे हैं।
दिल्ली हवाईअड्डे पर जहां रविवार को बड़े पैमाने पर देरी हुई थी, सोमवार को खराब मौसम के कारण पांच अन्य उड़ानें डायवर्ट की गईं। सीएनएन ट्रैवलर के अनुसार आसमान में छाई कोहरे की घनी चादर के कारण ही फ्लाइट देरी से उड़ान भर रही है। वहीं आईएमडी ने पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में गंभीर शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। इस तरह के मौसम में फ्लाइट का देरी से उड़ान भरना काफी आम है। मगर ऐसी स्थिति के लिए यात्रियों के लिए कुछ अधिकार भी होते है, जिनके बारे में उन्हें काफी कम पता होता है।
फ्लाइट में उड़ान भरने वाले यात्री के कुछ अधिकार होते है। न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक फ्लाइट के उड़ान भरने में पर्याप्त देरी होने पर एयरलाइंस को यात्रियों को भोजन और जलपान की व्यवस्था करनी चाहिए। यदि छह घंटे से अधिक की देरी होती है, तो यात्री दूसरी उड़ान के लिए टिकट या अपने टिकट का पूरा रिफंड भी मांग सकते हैं। यदि कोई विमान एक दिन से अधिक विलंबित होता है, तो यात्रियों को आवास प्रदान करना एयरलाइन की जिम्मेदारी है। यह तब भी लागू होता है जब रात 8:00 बजे से सुबह 3 बजे के बीच उड़ान भरने वाली उड़ान में छह घंटे से अधिक की देरी होती है। बता दें कि इस मामले पर सरकार का भी बयान आया है। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को यात्रियों से कहा कि वे इस कठिन समय में हमारा साथ दें।
बता दें कि लगातार कोहरे के कारण डिले हो रही फ्लाइट को देखते हुए एयर इंडिया एक “फॉग केयर” योजना भी लेकर आई है। इसके तहत यात्रियों को बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के उड़ानें रद्द करने या पुनर्निर्धारित कर सकते है। एयरलाइंस को एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) मुद्दों, सुरक्षा समस्याओं, प्राकृतिक आपदाओं या राजनीतिक मुद्दों जैसी देरी के लिए यात्रियों को मुआवजा नहीं देना पड़ता है। डीजीसीए के दिशानिर्देशों के अनुसार, एयरलाइंस को अपनी उड़ानें रद्द होने के बारे में यात्रियों को कम से कम दो सप्ताह पहले सूचित करना होगा। एयरलाइन को वैकल्पिक बुकिंग भी स्थापित करनी होगी या टिकट वापस करना होगा।
– यदि यात्रियों को सूचित नहीं किया जाता है या उनकी उड़ान छूट जाती है, तो एयरलाइन को पूरा रिफंड और 5,000 रुपये देने होंगे या एक घंटे तक की उड़ान के लिए एक तरफ का मूल किराया जो भी कम हो, देना होगा।
– एक से दो घंटे के बीच की उड़ानों के लिए पूरा रिफंड और 7,500 रुपये या बुक किया गया एक तरफ का मूल किराया जो भी कम हो।
– दो घंटे से अधिक की उड़ानों के लिए पूरा रिफंड और 10,000 रुपये या बुक किया गया एक तरफ का मूल किराया, जो भी कम हो।
– वैकल्पिक उड़ानों के लिए, एयरलाइंस को यात्रियों को भोजन, जलपान और स्थानान्तरण सहित होटल आवास प्रदान करना होगा।