भारत महात्मा गांधी के प्रेम, सहिष्णुता के सिद्धांतों का अनुसरण नहीं कर रहा : महबूबा मुफ्ती

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को दावा किया कि देश महात्मा गांधी के प्रेम, करूणा और सहिष्णुता के सिद्धांतों से भटक गया है, लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि देर-सवेर लोग इन्हें अपनाएंगे।
वहीं, नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि लोग केवल विदेश यात्रा करते समय और अन्य देशों के नेताओं के भारत की यात्रा करने के दौरान ही उन्हें (महात्मा गांधी को) याद करते हैं।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 154वीं जयंती सोमवार को मनाई गई।
मुफ्ती ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज, हम गांधीजी को याद कर रहे हैं लेकिन यह कहते हुए दुख हो रहा है कि जिस प्रेम, करूणा और सहिष्णुता के सिद्धांतों के लिए उन्होंने अपनी जान कुर्बान कर दी, उनसे यह देश भटक गया है।’’

उन्होंने पोस्ट में कहा, ‘‘मुझे अब भी यकीन है कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और देर-सवेर हम उस भारत का निर्माण कर लेंगे जिसकी उन्होंने परिकल्पना की थी।’’
अब्दुल्ला ने यहां संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि गांधीजी जिन सिद्धांतों के लिए खड़े हुए थे, लोग उससे उलट कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से कभी-कभी ऐसा लगता है कि हम महात्मा गांधी को तभी याद करते हैं जब हम विदेश यात्रा करते हैं या जब कुछ विदेशी नेता दौरे पर आते हैं। हम उन्हें गांधीजी के बारे में बताते हैं और उन्हें राजघाट ले जाते हैं। साल के शेष समय में, न सिर्फ हम उन्हें भूल जाते हैं बल्कि गांधी जिन सिद्धांतों के लिए खड़े हुए थे, उसके ठीक उलट काम करने की भी कोशिश करते हैं।’’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश को गांधी के समानता और न्याय के संदेश का पालन करना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘यदि हम गांधीजी की शिक्षाओं को याद रखें और उनका पालन करें, तो यह इस देश के लिए बेहतर होगा। गांधीजी ने हमें सबके लिए समानता और न्याय की शिक्षा दी। अभी हमें इसी की जरूरत है।
जम्मू कश्मीर के विपक्षी दलों की बैठक के बारे में पूछे जाने पर नेकां नेता ने कहा कि बैठक बुधवार को जम्मू में होने वाली है।
उन्होंने कहा, ‘‘बैठक होने दीजिए और वे (जो लोग इसमें शामिल होंगे) बैठक के बाद आपको बताएंगे। फारूक (अब्दुल्ला) साहब ने जम्मू में बैठक बुलाई है।

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