नई दिल्ली:
भारत ने शुक्रवार को ग्लोबल साउथ को हाल ही में शुरू किए गए वैश्विक जैव-ईंधन गठबंधन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है. भारत ने कहा कि वह विकासशील और कम विकसित देशों के साथ अपनी विशेषज्ञता साझा करने को इच्छुक है. परिवहन और औद्योगिक क्षेत्रों में उत्सर्जन को कम करने के उद्देश्य से सितंबर में जी-20 नेताओं के समूह की बैठक में जैव ईंधन को बढ़ावा देने के लिए एक वैश्विक गठबंधन शुरू किया गया था.
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वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन में शीर्ष उत्पादक ब्राजील और अमेरिका भी शामिल हैं. यह गठबंधन जैव ईंधन में व्यापार के लिए विश्वव्यापी बाजार बनाने में मदद करेगा.
दूसरे ‘वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट’ में पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत ने समयसीमा से पांच महीने पहले मई, 2022 में पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथनॉल मिलाने का लक्ष्य हासिल कर लिया है, और 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण की समयसीमा को पांच साल पहले कर 2025 कर दिया है.
बायोमास को ईंधन में बदलने से दुनिया के तीसरे सबसे बड़े ऊर्जा उपभोक्ता को किसानों के लिए आय का एक अतिरिक्त स्रोत प्रदान करने के साथ-साथ उत्सर्जन में कटौती करने में मदद मिली है.