खास बातें
- ‘टू प्लस टू’ विदेश और रक्षा मंत्रिस्तरीय बैठक
- खालिस्तानी गतिविधियों पर हुई चर्चा
- भारत-कनाडा के बीच संबंधों में गंभीर तनाव
नई दिल्ली: भारत ने कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की बढ़ती गतिविधियों को लेकर अपनी गंभीर चिंताओं से शुक्रवार को अमेरिका को अवगत कराया. भारत ने ‘टू प्लस टू’ विदेश और रक्षा मंत्रिस्तरीय बैठक में अपनी चिंताओं को रेखांकित किया. विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने एक प्रेस वार्ता में कहा, ‘‘हमने अपनी चिंताओं को बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है.”
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‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने किया, जबकि विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय पक्ष का नेतृत्व किया. क्वात्रा ने कहा, ”हमारी मुख्य चिंता सुरक्षा को लेकर है और मुझे यकीन है कि आप सभी हाल ही में एक ऐसे व्यक्ति के, सामने आए वीडियो से अवगत होंगे.” उन्होंने कहा कि अमेरिकी पक्ष नयी दिल्ली की चिंताओं को समझता है.
Concluded a substantive India-US 2+2 Ministerial Meeting.
Followed up on PM @narendramodi‘s State visit to the US this June.
Our agenda covered advancing our strategic partnership, including elevating our defense ties, moving forward in space & tech, future logistics… pic.twitter.com/f7ezKlM0tj
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) November 10, 2023
कनाडा के सरे शहर में गत जून में खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर सितंबर में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद भारत और कनाडा के बीच संबंधों में गंभीर तनाव आ गया. ट्रूडो के आरोपों के कुछ दिनों बाद, भारत ने कनाडाई नागरिकों को वीजा जारी करना अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया और ओटावा से समानता सुनिश्चित करने के लिए देश में अपनी राजनयिक उपस्थिति कम करने के लिए कहा.
कनाडा पहले ही भारत से 41 राजनयिकों और उनके परिवार के सदस्यों को वापस बुला चुका है. भारत कुछ वीजा सेवाएं बहाल कर चुका है.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)