भागवत ने यहां शारदा यूनिवर्सिटी में “स्व आधारित भारत” विषयक एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “आज पूरी दुनिया धर्मनिरपेक्षता और टिकाऊ विकास की बात कर रही है और भारत युगों से इन्ही दो महत्वपूर्ण आधारों पर टिका हुआ है।’’
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि भारत युगों से धर्मनिरपेक्षता एवं टिकाऊ विकास के दो महत्वपूर्ण स्तंभों पर टिका हुआ है।
भागवत ने यहां शारदा यूनिवर्सिटी में “स्व आधारित भारत” विषयक एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “आज पूरी दुनिया धर्मनिरपेक्षता और टिकाऊ विकास की बात कर रही है और भारत युगों से इन्ही दो महत्वपूर्ण आधारों पर टिका हुआ है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत के मूल में धर्मनिरपेक्षता एवं टिकाऊ विकास है। इसी रास्ते पर आगे बढ़कर भारत विश्वगुरु बन सकता है और समय-समय पर ज़रूरत पड़ने पर दुनिया को दिशा दे सकता है।’’
संघ प्रमुख ने कहा कि रूढ़िवाद को बदल दीजिए, अब उसे ढोने की जरूरत नहीं है और यह काम सबको मिलकर करना पड़ेगा।
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