आसियान के 10 सदस्य देशों में इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, ब्रुनेई, वियतनाम, लाओस, म्यांमा और कंबोडिया शामिल हैं। पिछले कुछ वर्षों में भारत और आसियान के बीच संबंधों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिसमें व्यापार और निवेश के साथ-साथ सुरक्षा और रक्षा के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
भारत और 10 देशों के आसियान समूह ने शांति, प्रगति और साझा समृद्धि के लिए आसियान-भारत साझेदारी को लागू करने के लिए ‘कार्य योजना’ के व्यावहारिक कार्यान्वयन और अपनी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर बृहस्पतिवार को सहमति व्यक्त की।
समुद्री सहयोग पर एक संयुक्त बयान में, ‘ब्लू इकोनॉमी’, अंतरिक्ष और खाद्य सुरक्षा सहित कई क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के अलावा, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में निर्बाध संपर्क (कनेक्टिविटी) सुनिश्चित करने के लिए सहमति व्यक्त की गई।
बयान के अनुसार दोनों पक्ष शांति, प्रगति और साझा समृद्धि के लिएआसियान (दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का संगठन) -भारत साझेदारी को लागू करने के लिए ‘कार्य योजना’ के व्यावहारिक कार्यान्वयन के साथ ही अपनी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर सहमत हुए।
बयान में कहा गया है कि उन्होंने क्षेत्र में शांति, स्थिरता, समुद्री सुरक्षा और संरक्षा, नौवहन और उड़ान की स्वतंत्रता, और समुद्र के अन्य वैध उपयोग और वैध समुद्री वाणिज्य सहयोग को बनाए रखने पर सहमति व्यक्त की।
इसमें कहा गया है, ‘‘हम दक्षिण चीन सागर (डीओसी) में पक्षों के आचरण की घोषणा (डीओसी) के पूर्ण और प्रभावी कार्यान्वयन का समर्थन करते हैं और 1982 समुद्री कानून पर संयुक्त राष्ट्र संधि (यूएनसीएलओएस) सहित अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार दक्षिण चीन सागर में एक प्रभावी और ठोस आचार संहिता के शीघ्र निष्कर्ष के लिए तत्पर हैं।’’
दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती सैन्य आक्रामकता और फिलीपींस के साथ जारी समुद्री क्षेत्रीय विवाद की पृष्ठभूमि में यह संदर्भ महत्वपूर्ण है।
दोनों पक्ष समुद्री सुरक्षा पर आसियान-भारत सहयोग को और मजबूत करने, ‘ब्लू इकोनॉमी’ में सहयोग को बढ़ावा देने और समुद्री आधारित नवीकरणीय ऊर्जा सहित नवीकरणीय ऊर्जा विकसित करने पर सहमत हुए।
आसियान के 10 सदस्य देशों में इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, ब्रुनेई, वियतनाम, लाओस, म्यांमा और कंबोडिया शामिल हैं।
पिछले कुछ वर्षों में भारत और आसियान के बीच संबंधों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिसमें व्यापार और निवेश के साथ-साथ सुरक्षा और रक्षा के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।