भारत अब सेमीकंडक्टर क्षेत्र का प्रमुख खिलाड़ी, ढाई लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले

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बुधवार को पुणे में आयोजित ‘विकसित भारत एम्बैसडर मीट’ को संबोधित करते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि भारत अपनी समावेशी नीतियों के मामले में दुनियाभर के देशों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है। उन्होंने कहा, ‘‘हम अपनी समावेशी नीतियों के संदर्भ में, कामकाज के संचालन में बदलाव और सरकारों को लोगों के लिए काम करने के तरीके के संदर्भ में दुनियाभर के देशों के लिए उम्मीद और प्रेरणा का स्रोत बन गए हैं।

पुणे। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि भारत ने पिछले दो साल में सेमीकंडक्टर क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है। उन्होंने कहा कि इस दौरान सरकार को वैश्विक चिप विनिर्माताओं से 2.50 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री ने कहा, ‘‘पिछले 10 साल में भारत ‘फ्रेजाइल फाइव’ से बाहर निकला है और आज दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। 

बुधवार को पुणे में आयोजित ‘विकसित भारत एम्बैसडर मीट’ को संबोधित करते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि भारत अपनी समावेशी नीतियों के मामले में दुनियाभर के देशों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है। उन्होंने कहा, ‘‘हम अपनी समावेशी नीतियों के संदर्भ में, कामकाज के संचालन में बदलाव और सरकारों को लोगों के लिए काम करने के तरीके के संदर्भ में दुनियाभर के देशों के लिए उम्मीद और प्रेरणा का स्रोत बन गए हैं।’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अगले कुछ वर्षों में ‘विकसित भारत’ का लक्ष्य तय किया है। 

इस कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बात करते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि 2022 में प्रधानमंत्री ने सेमीकंडक्टर नीति की घोषणा की थी और इसने तुरंत वैश्विक स्तर पर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा, ‘‘आज भारत सरकार को वैश्विक सेमीकंडक्टर कंपनियों से 2.50 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। भारत तेजी से सेमीकंडक्टर राष्ट्र बन रहा है। दो साल पहले, यह दुनिया के सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र में भी मौजूद नहीं था।

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